जबलपुर से बालाघाट होते हुए गोंदिया तक बने नए ब्रॉडगेज परियोजना का काम पूरा हो गया है। जल्द ही इस ट्रैक पर नियमित ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। वर्तमान में यह ट्रैक सिंगल है, लेकिन जल्द ही इसे डबल किया जाएगा। इसके लिए बिलासपुर रेल जोन के नागपुर मंडल ने काम शुरू कर दिया है। जानकारों के मुताबिक एक साल तक सिंगल ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन कर इसका परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद डबल ट्रैक बनाने का काम होगा। इसके लिए सभी तैयारी लगभग पूरी हो गई हैंं। जमीन अधिग्रहण का काम भी शुरू कर दिया गया है। नवंबर माह के अंत तक जबलपुर—बालाघाट—गोंदिया ब्रॉडगेज परियोजना शुरु हो जाएगी।
सर्वे पूरा, नहीं है तकनीकी खामी: रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग का...
more... कहना है कि इस रूट पर डबल ट्रैक बनाने के काम में किसी प्रकार की अड़चनें नहीं है। इसके लिए सर्वे किया जा चुका है और लाइन के दोहरीकरण की योजना को देखते ही पहले से ही रेल लाइन, पुल-पुलियों के लिए भूमि का अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सिंगल लाइन को डबल करने में करीब 4 से 5 साल का समय लगेगा, जिसके साथ ही उत्तर भारत से दक्षिण भारत के बीच रेल लाइन कनेक्टिविटी का बेहतर रेल रास्ता खुलेगा, जिससे व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा होंगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
80 से 100 किलाेमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें: जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज परियोजना के पूर्ण होने का सपना जल्द साकार होने जा रहा है, जिसमें बड़ी लाइन पर मेल और एक्सप्रेस गाड़ियां 80 से 100 किलाेमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी तब सफर आसान और सुहाना हो जाएगा, दूरियां कम हो जाएंगी। इन दिनों जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज का काम अंतिम दौर में चल रहा है। सीआरएस ने इसका निरीक्षण भी कर लिया है। जल्द ही इस रूट पर कोरोना काल के पहले चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
छोटी लाइन पर चलती थी यह ट्रेनें
पहले — चार साल पहले तक इस नैरोगेज लाइन पर 5 गाड़ियां सतपुड़ा एक्सप्रेस, जबलपुर-नैनपुर पैसेंजर, जबलपुर बालाघाट पैसेंजर, जबलपुर-नैनपुर फास्ट पैसेंजर, जबलपुर-नागपुर पैसेंजर गाड़ियां अप और डाउन की चलती थीं।
अब— इन ट्रेनों को सुपरफास्ट बनाकर चलाया जाएगा। साथ ही नागपुर और दक्षिण भारत से भी हाई स्पीड गाड़ियों का आना-जाना शुरु हो जाएगा।