पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) ने देवराग्राम-मझौली के बीच 8 किमी दोहरी लाइन का काम पूरा कर लिया है। 8 किमी के इस हिस्से में 2 बड़े व 4 छोटे पुल, 4 घुमावदार कर्व और 04 सीमित ऊंचाई के सबवे (आरयूबी) बनाने पड़े हैं। 7 सितंबर मंगलवार को सेंट्रल क्षेत्र के रेलवे सेफ्टी आयुक्त मनोज अरोरा ने इस दोहरी लाइन का निरीक्षण किया। वहीं 121 की रफ्तार से इलेक्ट्रिक रेल इंजन दौड़ा कर ट्रैक की क्षमता और तकनीकी पहलुओं को परखा।
पमरे देवराग्राम-मझौली के 08 किमी दोहरी रेलवे लाइन के साथ ही इस वर्ष 2021-22 में अब तक कुल 88 किमी दोहरी व तिहरी लाइन का काम पूरा कर चुका है। निरीक्षण के दौरान रेल सेफ्टी आयुक्त मनोज अरोरा ने इस लाइन पर...
more... संरक्षा और सुरक्षा से जुड़े संसाधनों जैसे ओएचई लाइन, संबद्ध उपकरण और सिग्निलिंग आदि का निरीक्षण करते हुए उनकी कार्य क्षमता को देखा।
घुमावदार व कर्व लिए है ये लाइन
दरअसल देवराग्राम से मझौली के मध्य इस रेलखंड पर 04 घुमावदार कर्व, 02 बड़े ब्रिज, 06 छोटे ब्रिज और 04 सीमित ऊंचाई के सबवे (आरयूबी) का निर्माण हुआ है। रेल सेफ्टी आयुक्त अरोरा ने इस दोहरीकरण लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन से 121 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सफल स्पीड ट्रायल भी किया।
इस तरह 88 किमी दोहरी व तिहरी लाइन का काम हुआ पूरा
रेल सेफ्टी आयुक्त की हरी झंडी मिलते ही ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा
दोहरीकरण और तिहरीकरण के कार्य की संरक्षा, सुरक्षा संबंधी तकनीकी पहलू और स्पीड ट्रायल पर रेल सेफ्टी आयुक्त ने संतुष्टि व्यक्त की। इस लाइन के कमीशन होते ही ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। दोहरीकरण होने से गाड़ियों की रफ्तार बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम सहित अन्य अधिकारी थे मौजूद
कटनी-सिंगरौली रेल खंड पर देवराग्राम से मझौली स्टेशन के बीच लगभग 8 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य के निरीक्षण के समय पमरे मुख्यालय से प्रमुख विभागाध्यक्ष, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) और जबलपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, इंजीनियरिंग, परिचालन, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल व दूरसंचार विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।