जब तक जनता रेल रोको आंदोलन नहीं करेगी तब तक secr पैसेंजर ट्रेन चलाने पर विचार नहीं करेगा। जनता को स्पष्ट करना चाहिए की अगर पैसेंजर ट्रेन नहीं तो कोई ट्रेन नहीं चलेगी इस रूट पर। ऐसा करने से जरूरी कवरेज भी मिलेगा और जनप्रतिनिधियों पर भी कुछ प्रयास करने का दबाव बनेगा।