और कार्यक्रम: विशिष्ट प्रतिभागियों में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के अलावा मेजबान, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार; प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के. विजयराघवन; संयुक्त राष्ट्र सहायक महासचिव श्री सत्य एस. त्रिपाठी; डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंटरनेशनल के अध्यक्ष श्री पवन सुखदेव; टीएमजी : थिंक टैंक फॉर सस्टेनेबिलिटी के प्रबंध निदेशक श्री अलेक्जेंडर मुएलर; नीति आयोग के सदस्य डॉ रमेश चंद; साथ ही साथ भारत सरकार और राज्य सरकारों के अनेक वरिष्ठ अधिकारी, अग्रणी विशेषज्ञ, शोधकर्ता, विशेषज्ञ और विशिष्ट विशेषज्ञ।
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कार्यक्रम और वक्ता
स्वागत टिप्पणी:
डॉ राजीव कुमार, उपाध्यक्ष, नीति आयोग भारत सरकार
आरम्भिक टिप्पणी :
श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री; ग्रामीण विकास मंत्री, भारत सरकार
पर्यावरण और पारिस्थितिकी पर पैनल चर्चा:
मॉडरेटर: श्री पवन सुखदेव इस सत्र में भारत द्वारा सिस्टम-स्केल ट्रांजिशन अपनाते हुए प्राकृतिक खेती का रुख किए जाने की दिशा में चुनौतियों और संभावित लाभों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
वक्ता: प्रो. फिलिप लैंड्रिगन, संस्थापक निदेशक, ग्लोबल पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम, बोस्टन कॉलेज; डॉ. पुष्पम कुमार, यूएनईपी के मुख्य पर्यावरण अर्थशास्त्री; और श्री वाल्टर जेहेन, जलवायु वैज्ञानिक और माइक्रोबायोलॉजिस्ट।
पुनरुत्पादक कृषि पर पैनल चर्चा:
मॉडरेटर: जर्मनी के टीएमजी थिंकटैंक के प्रबंध निदेशक श्री अलेक्जेंडर मुएलर, जर्मनी के पूर्व विदेश मंत्री और एफएओ के सहायक महानिदेशक हैं। इस सत्र में लोगों और ग्रह की आजीविका और स्वास्थ्य में सुधार के लिए पुनरुत्पादक कृषि पर आधारित सतत क्रांति लाने में भारत की प्राचीन कृषि पद्धतियों और ज्ञान के अपार अवसरों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया।
वक्ता: प्रो. रमेश चंद, सदस्य (कृषि), नीति आयोग; डॉ. रवि प्रभु, उप महानिदेशक, वर्ल्ड एग्रोफोरेस्ट्री (आईसीआरएएफ); श्री संजय अग्रवाल, सचिव, कृषि, भारत सरकार; और श्री डेनियल मॉस, एग्रोकोलॉजी फंड के कार्यकारी निदेशक।
बाजार तक पहुंच और निरंतर वित्तपोषण पर पैनल चर्चा:
मॉडरेटर: श्री सत्य एस. त्रिपाठी, संयुक्त राष्ट्र सहायक महासचिव। इस सत्र में प्राकृतिक रूप से खेती वाली कृषि जिंसों की बाजार तक पहुंच को बढ़ाने और प्राकृतिक खेती की ओर सिस्टम-स्केल ट्रांजिशन के लिए निरंतर वित्तपोषण विकल्पों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
वक्ता: श्री शॉन किडनी, सीईओ, क्लाइमेंट बॉन्ड्स इनिशिएटिव; श्री क्रेग कॉगुट, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पेगासस कैपिटल एडवाइजर्स, श्री जूस्ट ओर्थुइज़न, सस्टेनेबल ट्रेड इनिशिएटिव (आईडीएच) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी; और श्री डेविड रोसेनबर्ग, एअरोफ़ार्म्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ।
अवलोकन और अंतर्दृष्टि:
प्रो. के. विजयराघवन, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार
समापन टिप्पणियां और अगले चरण:
डॉ. राजीव कुमार, उपाध्यक्ष, नीति आयोग, भारत सरकार
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एसजी/एएम/आरके/डीसी
(रिलीज़ आईडी: 1628482) आगंतु