अभी वर्तमान में या पहले से जो भी “मेमू ट्रेनें” चलतीं आ रही हैं उनको इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि परिवर्तन नॉन-मेमू ट्रेन्स में किया जाएगा. मेमू का अलावा भी को पैसेंजर ट्रेन्स हैं जो दूसरे जिलों को जाती हैं. उनके कोच बदल जायेंगे. उनका स्टेटस वही रहेगा बस कोच मेमू के हो जायेंगे.
वस्तुतः ये सभी इलेट्रीफाइड रुट्स पर किया जाना है किन्तु शुरुआत महानगरों से होगी.
इसका एक दूसरा पक्ष ये भी है ये कोच उतने आराम-दायक नहीं होंगे जितने सामान्य कोच होते हैं.