इस कार्य के पूर्ण हो जाने के बाद इंदौर से वाया फतेहाबाद रतलाम नागदा हो कर दिल्ली चंडीगढ़ अमृतसर भोपाल नागपुर रायपुर चेन्नई कोयंबटूर रूट की न्यू ट्रेंस का संचालन करना संभव हो सकेगा क्योंकि इधर से ट्रैफिक भी काम ही है
ओर जयपुर से कोटा नागदा होते हुए उज्जैन भोपाल नागपुर रूट की ट्रेनों को भी वाया कोटा नागदा रातलम फतेहाबाद इंदौर उज्जैन भोपाल हो कर चलाया जा सकता है.