दक्षिण भारत .....औरंगाबाद,नांदेड,हैदराबाद चेन्नई ,रायपुर ....आदि स्थानों पर वर्षो से रहने वाले राजस्थानी समाज की कुलदेवत यह नागोर जिल्हा में है ...इन स्थानों से पश्चिमी राजस्थान में जाने के लिए अजमेर उतरकर मेड़ता जाना पड़ता है ...अगर पुष्कर -मेड़ता रेल लाइन बन जाती है तो ...जलगाँव-सूरत-अहमदाबाद रेल लाइन का दबाव कम होगा यात्री की 5/6 घंटे बच जायेगे और टूरिस्ट को बढ़ावा मिलेगा ..और राजस्थान सरकार की आमदनी भी बढ़ेगी और लोगो को रोजगार भी मिलेगा .....ये सभी कारणों को ध्यान रख कर ....केंद्र अगर पैसा नहीं देता है तो राजस्थान सरकार स्वयं फंडिंग करे ....और स्थानीय नेता /पत्रकार /टूरिस्ट ओपरेटर से विनंती की स्थानीय पातली पर जादा से जादा फॉलो उप करे