ऐसे ही अगर सबको नौकरी दे दी जाएगी तो जो सरकार फार्म भरने के लिए रूपए १०००/- या ५००/- फीस रखती है तो आवेदन करने वालो की संख्या कम हो जाएगी। मतलब सरकार की आमदनी कम हो जाएगी। एक आदमी पूरे दिन में मेहनत करके भी १०००/- या ५००/- नहीं कमा पाता क्योंकि प्राइवेट कंपनी वाले खून चूसते हैं इतना, जितने वो पैसे भी नहीं देते। ज़यादा पैसो पर सिग्नेचर करवाते हैं और मिलते कम ही हैं। हर दिन मेह्गाई बढ़ती है खुद के पैसे बढ़ाने को कहोगे तो कहेंगे इतने में काम करना है तो करो नहीं तो नौकरी पर नए आने वालो की तो लाइन लगी पड़ी है।
सब बेवकूफ बनाते हैं मुझे नहीं लगता सरकार को...
more... सारे अरेंजमेंट करने में १०००/- या ५००/- तक लगते होंगे। बहुत सी जगह तो रूपए ५०/- ज़यादा से ज़यादा रूपए १००/- फीस होती है। यह तो ज़बरदस्ती है, आवदेन करना है तो पैसे दो। अगर पैसे हैं तो आवदेन ही क्यों करेंगे सरकार को ही न नौकरी पर रख लेंगे। लेकिन क्या करे मज़बूरी है।