मगर अफसोस की बात है अलवर-रेवाड़ी विद्युतीकरण हुए तकरीबन 10 साल बीत गए , इस साल शायद एक पैसेंजर चली है अथवा नहीं ELECTRIC LOCO से CONFIRM नहीं जबकि दिल्ली-अहमदाबाद रूट का एक अति महतावपूर्ण SECTION । ऐसे ही अलवर-मथुरा रूट पर भी ELECTRIFICATION हुए कई साल बीत गए मगर रूट की मात्र चार ट्रेनों में से एक ही ELECTRIC LOCO से चल रही है