क्षेत्र के लाखों प्रवासियों को समदड़ी-भीलड़ी खंड पर उत्तर भारत, दक्षिण भारत सहित देश के अन्य भागों में सफर करने के लिए सीधी ट्रेन सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। ब्रॉडगेज लाइन बनने के तेरह साल बाद भी जोधपुर- समदड़ी -भीलड़ी रेल खंड पर उत्तर भारत व दक्षिण भारत के लिए एक भी सीधी ट्रेन की सुविधा नहीं है यह मार्ग गुजरात और राजस्थान को जोड़ने का वाला सबसे नजदीक का रेल मार्ग है।
इस रेल मार्ग पर आमान परिवर्तन के बाद से लोगों को दक्षिण भारत जाने के लिए ट्रेन शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन ये उम्मीद पूरी नहीं हो पाई है। वर्तमान में इस रूट पर केवल एक ट्रेन बाड़मेर-यशवंतपुर एसी कोच (कर्नाटक) ही चल रही है, लेकिन...
more... यह पूरी तरह एसी कोच होने और इसमें साधारण कोच नहीं होने तथा अधिक किराया होने से ये ट्रेन आम की जगह खास लोगों के ही काम आ रही है।
दक्षिण भारत जाने के लिए एक भी सीधी ट्रेन इस खंड से चेन्नई, जयपुर, दिल्ली, रामेश्वरम, हैदराबाद, तिरुपति, विजयवाड़ा सहित देश के अन्य महानगरों के लिए नहीं है। इससे इस खंड के मोकलसर, सिवाना, बाड़मेर, जालोर, मोदरान, भीनमाल, सांचोर, धानेरा, बनासकांठा, पाटन जिले के लाखों प्रवासियों को बहुत भारी परेशानी उठानी पड़ रही है, लेकिन रेलवे विभाग के द्वारा एक भी सीधी ट्रेन की सुविधा इस खंड के यात्रियों को नहीं मिल रही है।
जालोर, बाड़मेर जिले के सांसद व यात्री संगठनों के बार-बार बाड़मेर मुम्बई प्रतिदिन ट्रेन व जोधपुर/बाड़मेर से चेन्नई जाने लिए सीधी ट्रेन शुरू करवाने के लिए पिछले कई सालों से मांग कर रहे हैं, लेकिन बार-बार उस प्रस्ताव पर आपसी सहमति नहीं होने से सारे प्रस्ताव ड्राप हो गए हैं। क्षेत्र के लोग 100 किमी दूर जोधपुर, फालना, लूणी रेलवे स्टेशन जाकर ट्रेन पकड़ने को मजबूर हैं। वहीं कई लोग गुजरात के अहमदाबाद से दक्षिण भारत जाने के लिए ट्रेन का सफर करते हैं।
वर्तमान में क्षेत्र के लोगों को देश व राज्य की राजधानी दिल्ली व जयपुर के लिए सीधी ट्रेन की सुविधा समदड़ी-भीलड़ी रेलखंड के धानेरा, रानीवाड़ा, भीनमाल, मोदरान, जालोर व मोकलसर स्टेशनों से नहीं है। इससे जालोर, भीनमाल, मोदरान, धानेरा, गुजरात आदि लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई वर्षों में उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा इस मार्ग पर उत्तर भारत व दक्षिण भारत के लिए नई ट्रेनों के चलने का प्रस्ताव बना था, लेकिन वेस्टर्न रेलवे की मनमानी के कारण सभी प्रस्ताव खारिज हो गए हैं।
जोधपुर-समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग पर उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा पिछले दस सालों में आठ नई ट्रेनों के संचालन के प्रस्ताव उत्तर पश्चिम रेलवे से रेलवे बोर्ड को भेजे गए थे, लेकिन वेस्टर्न रेलवे की मनमानी के कारण सभी प्रस्ताव खारिज हो गए।- तगाराम माली, सामाजिक कार्यकर्ता, मायलावास
समदड़ी-भीलड़ी खंड पर चेन्नई हैदराबाद के लिए सीधी रेल सुविधा नहीं होने से आम लोगों एवं प्रवासियों की 100 से 400 किमी दूर दूसरे रेलवे स्टेशनों पर जाकर सफर करना मजबूरी है। सरकार को इस रूट पर सीधी रेल सुविधा शुरु करनी चाहिए।- रतनसिंह भायल मवड़ी, प्रवासी चेन्नई