कोटा. कोटा-बीना रेल मार्ग पर कोटा से गुना के बीच कहीं भी ट्रेनों में लूटपाट हो जाती है, इससे यात्रियों में खौफ है। कई सालों से अपराध हो रहे हैं, लेकिन राजस्थान और मध्यप्रदेश की पुलिस इस पर लगाम नहीं लगा पाई है। ट्रेन के गार्ड भी कई बार लूट के शिकार हुए।अब एक बार फिर गत 27 सितम्बर को दो ट्रेनों में तीन यात्रियों से लूटपाट की घटना सामने आई है। इसकी सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल की खुफिया अपराध शाखा की टीम ने लुटेरों को रंगे हाथों पकड़ा तो उन्हें भी पत्थरों से लहूलुहान कर दिया। पांच में से एक लुटेरा पकड़ा गया।घटनाक्रम के अनुसार 27 सितम्बर 2019 को गाड़ी संख्या 12182 दयोदय एक्सप्रेस में छबड़ा गुगोर स्टेशन पर कोच एस-9 में बर्थ संख्या 7 पर सफर कर रहे यात्री मंगल प्रसाद का चार लुटेरे बैग लेकर भाग गए। बैग में 30 हजार रुपए का सामान रखा था।इसी दिन...
more... गाड़ी संख्या 19810 जबलपुर-कोटा एक्सप्रेस के भूलोन स्टेशन से रवाना होने के बाद सामान्य कोच से चेन पुलिंग कर लुटरों ने ट्रेन को रोका। इस कोच में सफर कर रही महिला यात्री कैलाश बाई के गले से चांदी की चेन तोड़कर लुटेरे भाग गए। वहीं दूसरी महिला यात्री भगवती बाई के एक कुंडल खींचकर भाग गए। लूटपाट की घटना से एक महिला के गले और दूसरी के कान से खून बह निकला।
आरपीएफ ने रंगे हाथों पकड़ा तो बरसाए पत्थरलगातार आपराधिक घटनाएं होने पर रेलवे सुरक्षा बल की कोटा अपराध खुफिया शाखा सक्रिय हुई। टीम 28 सितम्बर की रात को गाड़ी संख्या 14813 भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस की जांच के लिए रवाना हुई। हैड कांस्टेबल विनोद कुमार व रणवीर सिंह तथा कांस्टेबल अमर सिंह छबड़ा स्टेशन पर गए और गाड़ी के ऑफ साइड में गुप्त रूप से आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया।
उसी समय 5-6 बाहरी संदिग्ध व्यक्ति ऑफ साइड से आकर जनरल कोच के पास यात्रियों से छीना झपटी करने की कोशिश करने लगे। टीम द्वारा एक अपराधी को पकड़ा तो उसके अन्य साथियों ने टीम पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया। इससे हैड कांस्टेबल रणवीर सिंह और कांस्टेबल अमर सिंह को गंभीर चोट आई।
हैड कांस्टेबल विनोद कुमार को सामान्य चोट आई। इसके बाद भी टीम ने उन्हें पकडऩे का प्रयास किया और एक आरोपी रुकमसिंह को पकड़ लिया। आरोपी मध्यप्रदेश के गुना जिले के गोलीपुरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। इसके बाद आरोपी को कोटा जीआरपी को सुपुर्द कर दिया।