रेलवे को उन स्टेशन को विकसित करना चाहिए जो की विकासशील हैं ना की जो पहले से ही विकसित. उदाहरण के तौर पर:- अलवर, राजस्थान मे दिल्ली-अहमदाबाद रूट पर स्थित है, साथ ही मथुरा के लिए भी अलग रूट है जयपुर मंडल मे राजस्व देने वालों मे दूसरे स्थान है साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र मे भी आता है. परंतु आज भी अलवर पर मात्र 2 प्लॅटफॉर्म हैं जो किसी भी छोटे स्टेशन पर होते हैं, मगर अलवर को शामिल नही किया गया जबकि जयपुर,कोटा,बीकानेर,उदयपुर & जोधपुर सारे विकसित हैं, फिर भी इनको ही तवज्जो दी जा रही है. चलो विकास तो इनका भी हो, पर उनको तवज्जो मिले ना जिनको विकास की ज़्यादा ज़रूरत है