Good news for hisar churu sikar कोटा-हिसार ट्रेन सप्ताह मंें तीन दिन चूरू होकर चलेगी
कोटा-हिसार ट्रेन सप्ताह मंें तीन दिन चूरू होकर चलेगीचूरू-सादुलपुर के यात्रियों के लिए राहत की खबर है। चूरू सांसद राहुल कस्वा का रेलवे बोर्ड के अधिकारियों पर दबाव काम...
Jan 05, 2020, 07:55 AM IST
चूरू-सादुलपुर के यात्रियों के लिए राहत की खबर है। चूरू सांसद राहुल कस्वा...
more... का रेलवे बोर्ड के अधिकारियों पर दबाव काम कर गया। प्रतिदिन कोटा से सीकर-झुंझुनूं होकर हिसार जाने वाले एक्सप्रेस ट्रेन को सप्ताह में तीन दिन चूरू-सादुलपुर होकर चलाने का निर्णय हुआ है। अब चूरू व सादुलपुर के लोगों को सप्ताह में तीन दिन जयपुर से सुबह आने व शाम को जयपुर जाने के लिए नई ट्रेन मिलेगी। उत्तर-पश्चिम रेलवे ने कोटा-हिसार वाया जयपुर-सीकर ट्रेन के प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भिजवा दिए हैं।
नए प्रस्ताव में इस एक्सप्रेस ट्रेन को सप्ताह में तीन दिन चूरू होकर व चार दिन झंुुझुनूं होकर चलाने का निर्णय लिया है। चूरू जिले काे काेटा से हिसार तक ट्रेन अब तीन दिन मिल सकेगी। रेलवे की अाेर से बनाए संशाेधित रुट चार्ट के तहत काेटा हिसार ट्रेन मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार काे झुंझुनूं लुहारु हाेकर जाएगी। साेमवार, बुधवार व शुक्रवार काे यह ट्रेन चूरू हाेकर हिसार जाएगी। हालांकि अभी चलने की तारीख तय नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
अच्छी खबर
यह है काेटा-जयपुर-चूरू हिसार एक्सप्रेस का टाइम
यह ट्रेन रात काे 12 बज कर 5 मिनट पर काेटा से चलेगी जाे सुबह 4.45 बजे जयपुर पहुंचेगी। 5.05 बजे जयपुर से रवाना हाेकर 7.10 बजे सीकर पहुंचेगी। सवा सात बजे रवाना हाेकर 9.05 बजे चूरू, 10.25 बजे सादुलपुर व 11.45 मिनट पर हिसार पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन शाम 4.40 बजे हिसार से रवाना होकर 6.05 बजे सादुलपुर, 7.20 बजे चूरू, 9.35 बजे सीकर, 10.50 बजे रींगस, 12.20 बजे जयपुर व तड़के 5.20 बजे कोटा पहुुंचेगी।
इधर, पांच साल में रतनगढ़-डेगाना ट्रैक पर नहीं दौड़ी नई ट्रेन क्योंकि जनप्रतिनिधि नहीं बना सके रेलवे अधिकारियों पर दबाव
चूरू | जोधपुर डिवीजन में आने वाले रतनगढ़-डेगाना ट्रैक पर पिछले पांच साल में एक भी नई ट्रेन नहीं चल सकी। इसका कारण नागौर के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता माना जा रहा है, जिसके कारण रेलवे अधिकारियों ने इस ट्रैक पर नई ट्रेन स्वीकृत नहीं की। उत्तर-पश्चिम रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य अनिल कुमार खटेड़ ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि बाड़मेर-हावड़ा नई ट्रेन के लिए 14 सांसदों के पत्र लिखने के बाद भी रेलवे ने इस ट्रेन की स्वीकृति जारी नहीं की है। उत्तर-पश्चिम रेलवे के चीफ ऑपरेटिव ऑफिसर राजेंद्र गोयल ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बतादें कि इन्हीं वर्षों में बीकानेर से रतनगढ़ होकर दिल्ली, लुधियाना सहित कई प्रमुख शहरों को करीब एक दर्जन नई ट्रेनों का आवागमन हुआ है। इस ट्रैक पर लंबी दूरी की नई ट्रेनों का संचालन नहीं होने से कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बेंगलूरू सहित दूरस्थ शहरों में रहने वाले यहां के प्रवासियों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ती है।
नई ट्रेनों के लिए युवाओं ने शुरू किया अभियान
बाड़मेर, जोधपुर, डेगाना, लाडनूं, डीडवाना, सुजानगढ़, रतनगढ़ सहित विभिन्न स्टेशनों से नई ट्रेनों के संचालन के लिए दैनिक रेल यात्री उत्तर पश्चिम रेलवे ग्रुप से जुड़े कार्यकर्ताओं ने सामूहिक अभियान छेड़ रखा है। इन कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेल राज्यमंत्री, उत्तर पश्चिम रेलवे के जीएम, जोधपुर, बीकानेर डीआरएम को पत्र व स्पीड पोस्ट भेजे है। कोलकाता प्रवासी अनिल कुमार ने बताया कि प्रमुख मांगों में बाड़मेर से हावड़ा, जोधपुर से गोरखपुर, जोधपुर से हरिद्वार नई ट्रेन, बीकानेर से डेगाना वाया रतनगढ़, श्रीगंगानगर से जोधपुर, लुधियाना से रतनगढ़ काे लाडनूं तक बढ़ाने, बीकानेर-जयपुर के बीच इंटरसिटी सहित कई ट्रेनों को चलाने की मांग की है। इसके लिए स्थानीय सांसदों को कई बार लिखा जा चुका है।