वो खुद तो इन गाड़ियों में सफर करते हैं क्या? यात्री सुविधा के लिए नई गाड़ियां चलाई जानी चाहिए। गाड़ियां जैसे श्री गंगानगर - झालावाड़ और बीकानेर - बिलासपुर अंत्योदय एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर इनको वाया चूरू जं., रींगस जं. चलाया जाना चाहिए। श्री गंगानगर - झालावाड़ गाड़ी बीकानेर के रास्ते जयपुर आती है जोकि लंबा रूट है। इसके बदले अब इस गाड़ी को चूरू जं. रींगस जं. के रास्ते जयपुर ले जाया जा सकता है। उधर, बीकानेर - बिलासपुर अंत्योदय एक्सप्रेस बीकानेर से खुलकर सूरतगढ़, हनुमानगढ़, चूरू, डेगाना जं. होते हुए जयपुर आती है जोकि एक बहुत ही ज्यादा व्यर्थ रूट है। इसको भी बीकानेर से जयपुर के बीच नापासर, चूरू जं., सीकर जं. के रास्ते जयपुर ले जाया जाना चाहिए। इससे इस गाड़ी का यात्री भार बढ़ेगा।