#HUMANNATURE
रामकली बाई ट्रेन में चड़ते ही सीट की तलाश में इधर उधर नजर दोड़ाने लगी ।
भरी गाड़ी में जल्दी ही उसे एक महिला पालथी मारकर बैठे दिख गई तो रामकली की उम्मीद जगी - "अगर आप पैर नीचे करके बैठ जाएँगी तो मुझे भी थोड़ी सी जगह मिल जाएगी बैठने को"
महिला ने जवाब दिया "मेरे पेरों में दर्द है...
more... और मेरी तबियत भी खराब है । आप कहीं और देख लीजिये डिब्बे में बहुत सीटें खाली मिल जाएंगी ।"
रामकली बुदबुदाई "खुद खड़ी रहती तब पता चलता। इंसानियत नाम की चीज अब इस दुनिया में नहीं रही ।"
थोड़ी ही देर में किसी स्टेशन पर कोई उतरा तो रामकली को बैठने की जगह मिल गई । अगले स्टेशन पर बाजु वाला यात्री भी उतर गया और रामकली आराम से पसर कर बैठ गई ।
किसी स्टेशन से कोई महिला ट्रेन में चडी और उसने रामकली से निवेदन किया - "अगर आप थोडा कष्ट कर लेंगी तो आपके साथ मैं भी बैठ सकती हूँ यहाँ ।"
रामकली ने #जवाब दिया "अरे नहीं पूरे डिब्बे में बहुत सीटें खाली हैं, आप आगे देख लीजिये ना कहीं और वैसे भी मेरी तबियत ख़राब है मुझे माफ़ करें ।"