कोई फायदा नहीं यह केवल एक तरीका है लोगो के संघर्ष और राजनीतिक दवाब की वजह से दिए गए ठहराव को हटा कर रेलवे कॉलोनी वाले स्टेशन पर ठहराव देने के।
शून्य आधारित समय सारिणी में भी ऐसे ही जुमले फेंके गए लेकिन जहां रेलवे कॉलोनी वो वहां से एक ट्रेन का ठहराव नही हटाया गया जबकि हाथरस, राजा की मंडी जैसे स्टेशन से बहुत सारी ट्रेन उड़ा दी।