[वाराणसी तक और तेज सफर 30 नवंबर बाद|/news/post/100339]
लखनऊ से सुल्तानपुर के रास्ते वाराणसी तक 30 नवंबर के बाद ट्रेनों का संचालन और तेज हो सकेगा। उतरेटिया से वाराणसी व मुगलसराय तक की लाइनों पर 30 नवंबर से करंट दौड़ने लगेगा। उतरेटिया से मुसाफिर खाना तक तारों में करंट दौड़ाने के लिए कर्षण उपकेंद्र ने कुछ दिन पहले काम करना शुरू कर दिया है। मुगलसराय तक विद्युतीकरण होने पर लखनऊ से सुल्तानपुर और सुल्तानपुर से वाराणसी तक मेमू सेवा शुरू करने की रेलवे की योजना जल्द शुरू हो सकेगी। इस परियोजना से ईधन पर होने वाले खर्च में 40 प्रतिशत की बचत होगी। यह बाद रेल विद्युतीकरण संगठन के महाप्रबंधक जगदेव कालिया ने दी। वह संगठन के खेलकूद कार्यक्रम में हिस्सा...
more... लेने लखनऊ आए थे।
महाप्रबंधक ने बताया कि लखनऊ-हरदोई-रोजा तक विद्युतीकरण का निरीक्षण सात अक्टूबर को मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त करेंगे। उतरेटिया-मुगलसराय का निरीक्षण भी जल्द ही होगा। इसके बाद हावड़ा से अमृतसर तक बिजली से ट्रेनें दौड़ायी जा सकेंगी। गोरखपुर से छपरा तक मार्च 2014 में विद्युतीकरण पूरा होते ही बिहार के कई अंचल भी इससे जुड़ जाएंगे। इस समय बुढ़वल-सीतापुर-रोजा, झासी-कानपुर और मथुरा-अलवर रेल विद्युतीकरण की योजना चल रही है। विद्युतीकरण के बाद इस रेलखंड पर पटना-नई दिल्ली हाई स्पीड ट्रेन भी चलायी जा सकेगी। साथ ही डबल डेकर ट्रेनों को भी कोई खतरा नहीं है।
नौ हजार हार्स पॉवर का इंजन
बिजली से चलने वाला देश का सबसे अधिक क्षमता वाला इंजन सीएलडब्ल्यू चितरंजन में तैयार हो रहा है। आधुनिक सुविधाओं वाले इस इंजन की क्षमता नौ हजार हार्स पॉवर की होगी। अभी रेलवे ने डीजल से चलने वाले 5500 हार्स पॉवर इंजन का ट्रायल शुरू किया है।