हाँ, 3 नंबर प्लेटफॉर्म बनने के बाद तो आराम से संभव है। वैसे ये अभी भी संभव है।
(1) पहला ऑप्शन ये है कि हावड़ा वाली गाड़ी, गोड्डा पहुँचने के बाद तुरंत खुल जाए और राँची वाली गाड़ी को गोड्डा पहुँचने के बाद वापस पोरेयाहाट लाकर दिनभर वहीं खड़ी करे और शाम में गोड्डा ले जाये।
(2)...
more... दूसरा ऑप्शन है कि जैसे, हमसफर एक्सप्रेस अभी push-pull train बनकर चल रही है अर्थात जैसे हमसफर एक्सप्रेस में आगे-पीछे, दोनों साइड इंजन लगी रहती है, उसी तरह दुमका राँची में भी आगे-पीछे, दोनों साइड इंजन लगा दे। फिर कहीं भी reversal की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक प्लेटफार्म पर दिनभर दुमका राँची खड़ी रहेगी जबकि दूसरे पर सभी EMU पैसेंजर ट्रैन आएगी और वापस चली जायेगी। ऐसी स्थिति में सिर्फ एकदिन अर्थात सोमवार को, जिस दिन हमसफर, सुबह में खुलेगी, उस दिन दुमका-राँची का परिचालन, दुमका तक ही करना पड़ेगा। बाकी के छः दिन गोड्डा तक जा सकती है।