रेलवे सीधे तरह से नही बतायेगा ट्रैन सर्विस रिज्यूम करने के बारे में , उनका ध्यान माल ढुलाई पर है अपनी अर्थव्यवस्था सही करने के लिए नॉर्मल पैसेंजर ट्रेन न चलने से आम जन को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है , जब लंबी दूरी की ट्रेन चलाई जा सकती है , तो नार्मल लोकल पैसेंजर ट्रेन क्यों नहीं सीमित मात्रा में रिजर्व करके , रेलवे अर्रेंजमेंट करे , जब सब खुल गया है तो ये बन्द करके आम जनता का गुस्सा क्यों बढ़ा रहे हैं ये ।
अगर वैक्सीन का वैट कर रहे हैं तो अगर वैक्सीन 2 साल तक नहीं आयी तो क्या ये तब तक इंतेजार करेंगे अगर नहीं तो अभी चालू क्यों नहीं , रेलवे को...
more... स्पष्ट क्लियर बताना चाहिये कि आगे वह क्या सोचता है ट्रैन सर्विस रिज्यूम करने के बारे में ।
जब लोकल बस ट्रांसपोर्ट सब कुछ ऑलमोस्ट खुल गया तो इन्हें कोरोना का डर है या माल ढुलाई से होने वाली आय के कम हो जाने की चिंता ?
इसके लिए मुझे लगता है सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जानी चाहिये ताकि रेलवे अपना जवाब दे कि उसकी क्या रणनीति है आगे के लिए , जनता कब तक परेशान होगी वैसे ही आम जनता की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है अब बची कुची रेलवे कर दे रहा है ,आप लोगों का क्या मानना है इस बारे में कोर्ट को जवाब मांगना चाहिए या नहीं रेलवे से ?