कुछ नहीं बदला। वो यहां के कुछ बड़े लोगो की बातें है। दिल्ली से आगरा के बीच में भले ही थोड़े लोग बढ़े लेकिन आगरा से झांसी तो इतनी भी नहीं भर पाती जितना दिल्ली से आगरा के भर जाती थी।
इसका झांसी तक विस्तार सिर्फ रेलवे के स्वार्थ के लिए किया गया। कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी इसके लिए।