श्रीगंगानगर-कोटा एक्सप्रेस अच्छी गाड़ी थी, लेकिन रेल अधिकारियों के एक निर्णय से इस गाड़ी में आरामदायक यात्रा करने तो दूर चढ़ना भी मुश्किल हो गया है। पहले नीले रैक की गाड़ी में चार सामान्य बोगी आगे तथा चार ही पीछे आती थी, जो अब एक आगे व दो पीछे कर पांच सामान्य श्रेणी की बोगियों में कटौती कर दी है। 🙏🙏