जबलपुर के कोचिंग यार्ड में रविवार की शाम करीब साढ़े 5 बजे लोको पायलट से शंटर पद पर रिवर्ट हुए हैरिसन जान नामक कर्मी ने महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली। कर्मचारियों ने जबलपुर मंडल के सीनियर डीईई सुरेंद्र यादव पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए उन्हें सस्पेंड करने की मांग की।
कर्मचारियों का हंगामा बढ़ने पर जीआरपी, आरपीएफ एवं जिला पुलिस बल को बुलाना पड़ा। इस दौरान कई बार पुलिस और प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों के बीच झड़प भी हुई। कर्मचारियों ने हैरिसन के शव को पीएम के लिए रेलवे पुलिस काे ले जाने नहीं दिया। उनका कहना था डीआरएम डॉ. मनोज सिंह को कोचिंग डिपो में बुलाया जाए। जब डीआरएम एवं अन्य अधिकारी वहां पहुंचे तो कर्मचारी...
more... तत्काल कार्रवाई के लिए अड़े रहे। हंगामे के चलते 6 ट्रेनें प्रभावित हुईं।
इधर, दूसरी तरफ दयोदय, चित्रकूट आदि ट्रेनों के रैक कोचिंग डिपो से बाहर नहीं निकल सके। इन ट्रेनों के यात्री स्टेशन पर परेशान होते रहे। रात 10 बजे मामला शांत हुआ। लोको पायलटों ने बताया हैरिसन जान को रनिंग रूम मेें डेढ़ सौ चादरें जलाने के आरोप में लाेको पायलट पद से रिवर्ट कर शंटर बना दिया था। 66 सौ के पे स्केल से उसे जब 34 सौ के पे स्केल पर रिवर्ट कर दिया गया तो हैरिसन अपने आप को प्रताड़ित महसूस कर रहा था। रेल प्रशासन ने संबंधित अधिकारी सुरेंद्र यादव को वर्तमान प्रभार से हटाकर छुट्टी पर भेज दिया है। इस मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई के आश्वासन के बाद लाश को उठाकर पीएम के लिए भिजवाया गया।
#RIP