ट्रेन को पाँच छह घन्टे ग्वालियर फालतू खड़ी रखकर क्या फायदा अगर झाँसी तक जाती हैं तो झांसी डबरा, दतिया वालों को एक नई कनेक्टीविटी मिल जाऐगी अगर बिना किसी नुकसान के अन्य लोगों को भी फायदा मिलता हें तो इसमें बुराई क्या है ? अगर यही सोच आगरा वाले रखे तो इसका ग्वालियर तक विस्तार कैसे संभव हो सकता हें