लग -भग छ महीने कम्पलीट होने को आये सीकर से चूरू के मध्ये ट्रैन को चलते होइए पर अपने जनप्रतिनिधि अभी भी कुम्भ करनी नींद में सोये होइए हैं न जो चल रही ट्रैन के फेरे बड़ा पाए और न ही कोई नई ट्रैन चला पाये क्या इनके भरोसे सीकर चूरू रेल का विकास सम्बव हैं क्या ?? शर्म आती हैं इनको नेता कहने में ..