Ek kaam karte hain. tere liy mamta didi se keh kar har train ko jayanagar karwa deta hun.India ki har train jayanagar se khulegi.दरभंगा के अनपढ़ ग्वार लोग ko जितनी ट्रेन मिली है और जीतने दिन चलती है वही बहुत है.अगर मेरा बस चले तो वहाँ से बड़ी लाइन तो kya छोटी लाइन भी हटा लूँ. तुम लोग को तो ना ट्रेन को मेनटेन करना आता है ना सही इस्तीमाल करना.जहाँ मर्ज़ी ट्रेन को रोक देते हो.स्टेशन पर भी कार और मोटरसाइकल chalaate हो. अच्छे अच्छे ट्रेन का तो कबारा बना दिए हो.अब जितना मिला है उतने मे ही खुश रहना सीखो . वैसे भी तुम लोग जितना भी मिले हमेशा रोते ही रहते हो.