मार्च में इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन पर सफर करेंगे यात्री
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पूर्व रेलवे मालदा मंडल के बढ़हड़वा से जमालपुर रेलखंडों तक विद्युत इंजन-ट्रेन सफर में अभी दो साल और लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि पीरपैंती से कहलगांव तक पटरी का दोहरीकरण कार्य आगामी मार्च 2019 तक संपन्न कराने का लक्ष्य है। जबकि जमालपुर से किऊल तक विद्युतीकरण अंतिम चरण में पहुंच गया है। जमालपुर किऊल के यात्रियों को अब मात्र दो माह और इंतजार करना होगा।
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more... जानकारी पूर्व रेलवे मालदा मंडल के डीआरएम मोहित कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने कहा कि किऊल और जमालपुर के बीच विभिन्न स्टेशनों व हॉल्टों सहित अन्य स्थलों का पिलर खड़ा कर दिया गया है। अब पायलिंग का कार्य मॉडल स्टेशन जमालपुर के प्लेटफॉर्मों की खुदाई के साथ शुरू हो गया है। खासकर प्लेटफार्म संख्या एक पर अबतक करीब छह पाइलिंग होनी है। उन्होंने कहा कि जबतक पटरियों का दोहरीकरण और दूसरी सुरंग का निर्माण नहीं हो जाता, तबतक जमालपुर-किऊल, भागलपुर-कहलगांव के रेलखंडों के बीच ट्रेनों को सुचारू रूप से परिचालन करने में परेशानी आती रहेगी। इधर, स्टेशन अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि विद्युतीकरण को लेकर प्लेटफार्म संख्या एक पर खतरे के निशान का पट्टा लगा दिया गया है, तथा युद्ध स्तर पर पायलिंग के लिए खुदाई शुरू कर दिया गया है। उम्मीद है कि इस माह के अंत तक पिलर को शेड से बाहर निकाल दिया जाएगा, ताकि इस पोल से हुक तार की जाल बिछायी जा सके।
उन्होंने कहा कि पायलिंग कार्य के दौरान यात्रियों को ट्रेन पकड़ने में थोड़ी बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है। पूछताछ केंद्र से ट्रेन के आने आने जाने के क्रम में यात्रियों को सतर्क किया जा रहा है कि प्लेटफार्म पर कार्य प्रगति पर है। इसलिए संभल कर ट्रेन से उतरें और चढ़ें।