सनी देओल का मशहूर डायलॉग याद आ गया,"ओवरटेक पे ओवरटेक, ओवरटेक पे ओवरटेक,ओवरटेक पे ओवरटेक किये जा रहे हैं,लेकिन जब एक मेल/एक्सप्रेस ट्रेन इतनी सारी सुपरफास्ट ट्रेनों से जब ओवरटेक होती है ना,तो वो ट्रेन ट्रेन नहीं होती,एक आम आदमी की व्यथा सुनाने वाली बनकर रह जाती है".