ऐ मेरे वतन के लोगो ---ज़रा आँख में भर लो पानी ----गुलाम है हम अब भी ----- बेकार गयी शहीदों की कुर्बानी -------------------------------कल आजादी का ढोंग रचाया ---आज गुलामी का चेहरा सामने आया ---- जिसने लाल किले पर तिरंगा फहराया -- देश को आजाद बताया --- उसी के फरमान ने लोकतंत्र की ह्त्या का तांडव रचाया -- खामोश और मौन रह कर अपनी भूख की तड़प को सह कर ,निर्दयी सरकार को अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनाने वाले सत्याग्रहियों पर अंगरेजी हुकूमत की बर्बरता और न्रशंसता का वो काला इतिहास दोहराया है -जिसने सम्पूर्ण देश को चकित -भ्रमित और भयभीत कर डाला है --जिस गांधी ने सत्याग्रह और अनशन की ताकत के बल पर इस देश को आजाद कराया -- अंग्रेजो का हजूम जिस आन्दोलन को नहीं रोक पाया - जिस देश ने अहिंसा के बूते पर लड़ने का इतिहास बनाया -- उसे रोंदने के लिए फिर एक बार इसी देश...
more... में उसी गांधी के नाम पर सरकार चलाने वाले दल बनाने वाले -वोट मांगने वाले हिंसक प्रवृत्ति के नराधम लोग एक आवाज को दबाने की , होंसलो को मिटाने की कोशिश करते नजर आये --देश वासियों का निवाला छीन कर - बच्चो को भूख की तड़प देकर मजलूमों को नोच मोच कर करो का बोझ लादकर खजाना भरने वाले और भ्रष्टाचार की बदोलत देश को लुटने वाले कम्जर्फो पर नकेल डालने की बजायुन्होने सारी मर्यादाये टाक पर रेख दी