आजादी की 64वीं वर्षगांठ। इन सालों में कई ऐसे सामाजिक-आर्थिक बदलाव आए जिन्होंने देश की दशा और दिशा बदल डाली। भास्कर ने अपने पाठकों के लिए इनमें से 10 बड़े बदलावों की जानकारी जुटाई है। इनके जरिए..
सुविधाएं सबके लिए
1950 तक सड़कों की लंबाई करीब 4 लाख किलोमीटर। रेल नेटवर्क करीब 53 हजार 596 किमी। ट्राम की शक्ल में मेट्रो सिर्फ कोलकाता में। देश के महज डेढ़ हजार गांवों में ही बिजली उपलब्ध थी।
अब...
more... : करीब 33 लाख किमी सड़कों का जाल। करीब 64 हजार किमी लंबा रेल नेटवर्क, देश के हर कोने तक। दिल्ली में 190 किमी लंबे ट्रेक पर मेट्रो। भोपाल, इंदौर, जयपुर, में तैयारी। 85 फीसदी गांवों में बिजली।
बदलाव : सड़कों के कुल नेटवर्क में करीब 31 लाख किलोमीटर सड़कें गांवों को सड़कों से जोड़ रही हैं।
रोजगार की गारंटी
1991 से 2001 के बीच 2.5 करोड़ से ज्यादा लोग काम की तलाश में गांव छोड़ शहरों की ओर चले गए। इन दस सालों में शहरों की आबादी 30.3 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी।
अब : मनरेगा के मार्फत गांव के लोगों को गांव में रोजगार। साल में १क्क् दिन १२क् रुपए रोज के हिसाब से। 2010-11 में इसके लिए 39 हजार करोड़ का बजट निर्धारित।
बदलाव : अब तक करीब 1.79 करोड़ परिवारों को रोजगार मिला।
अब : मनरेगा के मार्फत गांव के लोगों को गांव में रोजगार। साल में 100 दिन 120 रुपए रोज के हिसाब से। 2010-11 में इसके लिए 39 हजार करोड़ का बजट निर्धारित।