निरीक्षण में अटकी सीआरएस की ट्रॉली
हावी रही अव्यवस्था1’>>रिले रूम खुलने के लिए मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को 10 मिनट करना पड़ा इंतजार1’>>स्थानीय अफसरों ने जंक लगी फिलर प्लेट से करा दी ट्रैक कर्व की पैमाइश1
स्पीड ट्रायल
रेल संरक्षा आयुक्त ने बरेली सिटी से रामगंगा के बीच किया निरीक्षण, चेंज प्वाइंट पर मिला 15 सेमी. गैप
सौ...
more... की रफ्तार से दौड़ी सीआरएस स्पेशल
मंजूरी मिली तो सिटी स्टेशन से बदायूं तक दौड़ेंगी पैसेंजर ट्रेनें
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जागरण संवाददाता, बरेली : बरेली सिटी से रामगंगा के बीच डेढ़ महीने से जिस ट्रैक को पूवरेत्तर रेलवे ओके मान रहा था, उस पर निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त पीके आचार्य की ट्रॉली हिचकोले खाकर रुक गई। बरेली जंक्शन से पहले ट्रैक के कर्व पर गड़बड़ी मिली तो दूरबीन से माप कराई। 15 सेंटीमीटर का बड़ा अंतर निकला। पूरे रेलखंड पर कई तकनीकी खामियां भी सामने आईं। जिनके सुधार के निर्देश दिए।1रिले रूम में मिला तारों का खुला बंच : सीआरएस सुबह लगभग पौने दस बजे बरेली सिटी स्टेशन पहुंचे। पैनल कक्ष में जमीन पर बॉक्स रखे मिले। स्विच चलवाकर देखे। रेल मैनुअल के अनुसार बॉक्स न मिलने पर नाराजगी जताई। इसके बाद रिले रूम देखने पहुंचे तो ताला बंद मिला। चाबी लाने में लगभग 10 मिनट लग गए। रिले रूम खुला यहां तारों के खुले बंच से खतरे की आशंका जताई।1सिग्नल प्वाइंट पर गड़बड़ी1सुबह 10.15 बजे सिटी स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म से लगे डाउन लाइन से ट्रैक निरीक्षण का औपचारिक आगाज हुआ। ट्रॉलियां महज 60 मीटर ही पहुंची थीं कि पहली कैंची प्वाइंट पर सीआरएस रुक गए। प्वाइंट के दोनों तरफ ट्रैक चेंजओवर की माप कराई। एक तरफ 115 मिलीमीटर का गैप मिला, जबकि दूसरी तरफ पटरी चिपकी थी। इस पर कंस्ट्रक्शन पाथ-वे इंजीनियर सही जवाब नहीं दे सके। आगे कैंची पर डिफेक्टिव वेल्डिंग पर पटरी जॉगल प्लेट से जुड़ी मिलीं। पटरी के ऊपर-नीचे दिखने पर नाप कराने को फिलर गेज मंगाई तो अफसरों की जेब से जंक लगा उपकरण निकला। जिससे मेजरमेंट तक सही नहीं दिख सके।1ओएचई के लिए नहीं मिली पर्याप्त ऊंचाई : मढ़ीनाथ जाने वाले पुल के नीचे से ट्रॉली निकलने पर भविष्य में ट्रैक के विद्युतीकरण की संभावना देखी। सुभाष नगर पुल संख्या 1032 पर गेज लगाकर ऊंचाई नपवाई जो लगभग ठीक मिली। आगे मढ़ीनाथ लेवल क्रॉसिंग के आगे ट्रैक पर सिग्नल के वायर खुले मिले। इस पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी नाराज हुए। आगे बरेली जंक्शन से पहले ट्रैक के कर्व पर सीआरएस की ट्रॉली हिचकोले खाकर रुक गई। सीआरएस ने ट्रैक को ऊंचा-नीचा होने पर सूत डलवाकर दूरबीन से परीक्षण कराया। इस लाइन पर 15 सेंटीमीटर का बड़ा अंतर निकला।1एक्सईएन ब्रिज को फटकार : लगभग एक घंटे बाद सीआरएस का काफिला ट्रॉली से बरेली जंक्शन पहुंचा। जंक्शन पर फुटओवर ब्रिज के ढांचे पर जंक और बेस के नट-बोल्ट सीमेंट में दबे होने पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने एक्सईएन वर्क्स को जमकर फटकार लगाई। उन्हें तुरंत पेंट कराने और नट-बोल्ट साफ कराने के निर्देश दिए। एनईआर वाले स्टेशन मास्टर कक्ष, सिग्नल, रिले रूम, वीआइपी प्रतीक्षालय सहित एक-एक निर्माण का निरीक्षण किया। लगभग 12:30 बजे काफिला रामगंगा के लिए रवाना हुआ। सवा दो बजे सीआरएस का काफिला रामगंगा स्टेशन पहुंचा।नेकपुर पुलिया पर रेल ट्रैक का निरीक्षण करती सीआरएस की टीम ’ जागरणजागरण संवाददाता, बरेली : रामगंगा स्टेशन से बरेली सिटी पर बहुप्रतीक्षित निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त की स्पेशल ट्रेन 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ी। बरेली सिटी से रामगंगा तक पुश ट्रॉली निरीक्षण में जहां सीआरएस और उनकी टीम को 8.91 किलोमीटर का सफर तय करने में सवा चार घंटे लगे, वहीं में ट्रेन ने यह दूरी महज 13 मिनट में पूरी कर ली। सीआरएस स्पेशल ट्रेन दोपहर 3.02 बजे रामगंगा से रवाना हुई और 3.15 बजे सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। ट्रॉली निरीक्षण के दौरान खामियां सामने आने से जिन अफसरों को सर्दी में पसीना आ रहा था उन्होंने सफल होने पर राहत की सांस ली। ट्रैक की वीडियो रिकॉर्डिग : चार कोच की स्पेशल ट्रेन में सबसे पीछे सीआरएस का स्पेशल कोच लगा था। रामगंगा से ट्रेन रवाना होने पर रास्ते में विंडो निरीक्षण के साथ सीसीटीवी पर इसकी बारीकियां भी देखीं। आरए स्पेशल कोच में लगे कैमरों से की पूरी वीडियोग्राफी कराई गई। जंक्शन पर छह नंबर प्लेटफार्म की लाइन से ट्रेन को 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से निकाला गया।’ सीआरएस ने 110 की गति पर भी चलाने को कहा1’ दूरी कम होने पर नहीं बढ़ाई जा सकी ट्रेन की गतिजागरण संवाददाता, बरेली : केवल 8.91 किलोमीटर के रेलखंड पर यात्री ट्रेनें दौड़ने की मंजूरी न होने से बदायूं तक ही ठहर जाने वाली पैसेंजर ट्रेनें बरेली सिटी तक दौड़ेंगी। रामगंगा तक ट्रैक का निरीक्षण पूरा होने के बाद से पूवरेत्तर रेलवे और इज्जत नगर मंडल ने अपनी तरफ से तैयारियां शुरू कर दीं। फिलहाल बरेली सिटी से उत्तर रेलवे के ट्रैक से होकर कासगंज तक दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। यह ट्रेनें भी एनईआर के अपने ट्रैक से जंक्शन के पांच नंबर प्लेटफार्म से चलेंगी। सीधे आगरा, मथुरा तक जुड़ेगा बरेली : इज्जत नगर मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बरेली सिटी से रामगंगा तक के रूट के ओके होने के बाद दिल्ली, मुरादाबाद, लखनऊ के ट्रैक तक सीमित शहर आगरा और मथुरा जैसे बड़े शहरों से रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। अभी बरेली से कासगंज तक की दो ट्रेनें भेजी जा रही हैं। ओके रिपोर्ट मिलने पर यह ट्रेनें सिटी से नए ट्रैक से सीधे कासगंज तक जाएंगी। उधर, केवल कासगंज-बदायूं तक चल रही पैसेंजर ट्रेनों का संचालन बरेली सिटी तक होगा। तीनों रोजाना की ट्रेनें हैं। जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि ट्रैक का ट्रायल अच्छा रहा। सीआरएस से जल्द रिपोर्ट आने की उम्मीद है।