क्या एक्साइटमेंट, क्या जोश था 18 Oct 2016 को जब जबलपुर सुकरी मंगेला पैसेंजर के रूप मे इस रूट में ब्रॉडगेज के रूप मे शुरू हुई और उस समय में भी ये आशा थी कि जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज जल्द से जल्द पूरा होगा । लेखिन कितने सोचा था जिस जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज रूट को लेकर इतना एक्साइटमेंट था आज उसी रूट ने इतना बड़ा धोका दिया।
रेलवे शुरू शुरू मे कहा रहा था की इस रूट के हो जाने से उत्तर से दक्षिण की दूरी कम होगी , उस टाइम पे रेलवे को कोई प्राब्लम नही दिख रहा था। और जब आज पूरा हो चुका है तो अब रेलवे को हर तरह का टेक्निकल प्रोब्लम दिख रहा है, पहले क्यों नही सोचा...
more... । मतलब सोचिए ये नेता लोग इस रुट को ब्रॉडगेज करना चाहते थे ये नही की ट्रेन चलाना चाहते थे। मैंने पहले ही बताया था की कल को जो नेता ब्रॉडगेज को लेकर आंदोलन करता था, आज वो मौन हो चुके हैं।
और ये अंदाजा लग चुका है की जो हश्र जबलपुर गोंदिया के साथ हुआ वो अब मंडला फोर्ट नैनपुर सिवनी छिंदवाड़ा के साथ भी हो रहा है। अब नेताओ को नही जानता को जागना होगा और रेलवे पर प्रेशर बनाना होगा , नही तो झेलते रही।
That's all
Jai Hind 🇮🇳