जयपुर, 25 सितम्बर। वैसे तो भारतीय रेल के आधुनिकीकरण के साथ पूरा भारत ही मीटर गेज मुक्त होने जा रहा है लेकिन राजस्थान में आज भी एक ऐसी जगह है जहां छोटी लाइन यानि मीटर गेज की ट्रेन का सफर रोमांच और सौंदर्य से भरपूर है। ये रोमांचक सफर शुरु होता है लेकसिटी उदयपुर के मावली जंक्शन से जहां मारवाड़ जंक्शन तक का यह 151 किलोमीटर का रास्ता अरावली की पहाडि़य़ों से होकर गुजरता है। यात्रियों के लिए यह सफर काफी रोमांच से भरा होता है। मीटर गेज की इस लाइन पर ट्रेनें घने जंगलों, छोटे बड़े पहाड़ों से होकर गुजरती है। लेकिन राजस्थान में मीटर गेज ट्रेन का एक आखिरी रुट भी बंद होने जा रहा है। यहां अब मीटर गेज की जगह लाइन को परिवर्तित कर इसे बड़ी लाइन में तब्दील किया जाएगा। दरअसल उत्तर-पश्चिम रेलवे ने मावली से मारवाड़ जंक्शन के 157 किलोमीटर लंबे रुट पर आमान परिवर्तन...
more... के कार्य को मंजूरी प्रदान कर दी है। ऐसे में बस अब कुछ ही दिनों बाद इस रुट पर मीटर गेज की ट्रेनों का आवागमन बंद हो जाएगा। मावली से मारवाड़ के बीच मीटर गेज की ट्रेनों के संचालन के बंद होने से यहां अरावली की गोद में बसे आदिवासी इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी नुकसान होगा क्योंकि इस ट्रेन के जरिए ही सैंकड़ो लोग दुर्गम इलाकों से शहरों तक आने जाने के लिए साधन के रुप में इस्तेमाल करते हैं। उदयपुर संभाग में चलने वाली मीटर गेज की ट्रेनों को राजस्थान की टॉय ट्रेन भी कहा जाता है। यहां का नजारा बेहद ही खूबसूरत दिखाई पड़ता है। शाहरूख खान की चेन्नई एक्सप्रेस फिल्म में दिखाए गए मनोरम दूध सागर झरने जैसा ही उदयपुर का भील की बेरी झरना है। कर्नाटक और गोवा राज्यों की सीमा पर स्थित दूधसागर झरने जैसा दिखाई पड़ता है। जब छोटी लाइन की यह सवारी गाड़ी इस जगह से गुजरती है तो यात्रियों को ये मनमोहक नजारा देखने को मिलता है। यहां ट्यूरिस्ट को मावली-मारवाड़ जंक्शन के बीच में पडऩे वाले गोरमघाट में रेल सफारी का काफी शानदार अनुभव होता है।