मोदी और संघ की कार्यप्रणाली छिप कर कार्य करने की रही है , यह दिखाते कुछ हैं और करते कुछ हैं।
रेलवे स्टेशन चोरी-छिपे बेचे जा रहे हैं , आपने इसकी घोषणा नहीं सुनी होगी , चुपचाप टेन्डर निकाले जा रहे हैं और देश के एक एक स्टेशन बेचे जा रहे हैं।
जब स्टेशन बेचे जा रहे हैं तो नौकरी और पद का क्या काम ?
प्रतिवर्ष...
more... 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने के नाम पर चुनी गयी मोदी सरकार रेलवे में नयी नौकरी सृजन करने की जगह पदों को समाप्त करने का टारगेट रेलवे विभाग को दे रही है।
जब रेलवे स्टेशन ही नहीं रहेगा तो नौकरी कैसी ?
आँखें खोल लीजिये