भाई साहब, कृपया माफी नहीं मांगिये! आप और मुझे मिला कर सभी; यहाँ प्रश्न पूछते हैं, उनका उत्तर देते हैं या अपने विचार प्रकट करते हैं. दोस्ती बनती बढ़ती है, दुश्मनी नहीं.
यहाँ भाग लेने वाले सभी भाइयों बहिनों से मेरा विनम्र अनुरोध है कि जब तक निश्चित नहीं हों, सूचना या तो नहीं दें अथवा यहाँ बताते हुए दें की यह उनका विचार है पर इसकी पुष्टि आवश्यक है.
धन्यवाद श्रीमान!