एडीआरएमको जल्दी पहुंचाने के चक्कर में गुरुवार को जिस ट्रेन को प्लेटफॉर्म पर जाना था,उस ट्रेन को हटिया यार्ड भेज दिया,वहीं जिस ट्रेन को यार्ड में भेजना था,वह रांची स्टेशन पर ही खड़ी रह गई। डीआरएम एसके अग्रवाल ने खुद लापरवाही पकड़ी और त्वरित कार्रवाई करते हुए रांची और हटिया स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर अरुण कुजूर और चंदन कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया। एक दूसरे मामले में मरी के स्टेशन मास्टर को भी सस्पेंड कर दिया।
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रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर हावड़ा-हटिया एक्सप्रेस(क्रियायोग एक्सप्रेस)खड़ी थी और तीन...
more... नंबर प्लेटफॉर्म पर भागलपुर-रांची एक्सप्रेस खड़ी थी। दोनों ट्रेनों को हटिया जाना था। इसमें हावड़ा-हटिया ट्रेन को हटिया स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर जाना था,वहीं भागलपुर-रांची ट्रेन को हटिया यार्ड में। रांची स्टेशन से पहले भागलपुर-रांची ट्रेन रवाना होनी थी,इसलिए ट्रैक को हटिया यार्ड के लिए सेट कर दिया गया था,लेकिन स्टेशन मास्टर ने हावड़ा-हटिया एक्सप्रेस को सिग्नल देकर पहले रवाना कर दिया। यह ट्रेन हटिया स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर एक की जगह हटिया यार्ड में चली गई। जब ट्रेन यार्ड में पहुंची,तो कंट्रोल को याद आया कि बड़ी गलती हो गई। उसके बाद उस ट्रेन को बैक कर प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लाया गया,क्योंकि इस ट्रेन में एडीआरएम विजय कुमार भी थे। इसके बाद भागलपुर-रांची ट्रेन को रवाना किया गया। जब ट्रेन रांची स्टेशन का होम सिग्नल पार कर गई,तब स्टेशन मास्टर ने ट्रेन को वापस कर रांची स्टेशन लाया।
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^औचक निरीक्षण के दौरान ट्रेन ऑपरेशन में ऑन स्पॉट गड़बड़ी पकड़ी गई। इसके लिए जिम्म्ेवार रांची और हटिया के सहायक स्टेशन मास्कर काे सस्पेंड कर दिया गया है। मुरी के स्टेशन मांस्टर को दूसरे मामले में सस्पेंड िकया गया है।-एके अग्रवाल,डीआरएम,रांची
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डीआरएम एसके अग्रवाल ने बताया है कि केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री के लिए स्टेशन पर ट्रेनों का प्लेटफॉर्म बदला जाएगा। इसके अलावा कोई इमरजेंसी आने पर ही प्लेटफॉर्म बदला जाएगा। चाहे डीआरएम ही ट्रेन में क्यों रहे हों,उनके लिए भी प्लेटफॉर्म नहीं बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभागीय आदेश जारी किया जाएगा। उन्होंने यह बात इसलिए बतायी,क्योंकि जिस दिन वे रांची डिविजन का पदभार संभालने आए था,उस दिन उनके लिए भी शताब्दी एक्सप्रेस को तीन नंबर प्लेटफॉर्म से बदलकर प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लाया गया था। डीआरएम को जब इसकी जानकारी मिली,तो उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देकर छोड़ा था।
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डीआरएम एसके अग्रवाल गुरुवार सुबह अकेले हटिया स्टेशन पहुंचे। उसी समय हटिया यार्ड से हावड़ा-हटिया को प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लाते हुए देखा। पूछताछ की,तो सहायक स्टेशन मास्टर परेशान हो गए। पूरा माजरा डीआरएम की समझ में गया और उन्होंने रांची हटिया के सहायक स्टेशन मास्टर को ऑन स्पॉट सस्पेंड कर दिया। दूसरी ओर मुरी के सहायक स्टेशन मास्टर एम खान को भी सस्पेंड कर दिया,क्याेंकि उनके खिलाफ इन्क्वायरी सेटअप की गई थी,जिसमें वे दोषी पाए गए।