कभी गुजरती थीं यहां से सैकड़ों ट्रेनें, आज पटरियों सहित पूरा स्टेशन ही हो गया चोरी
धनबाद: चोरियों की घटनाएं तो आपने कई सुनी होंगी, लेकिन क्या कभी सुना है कि चोरों ने पूरा का पूरा रेलवे स्टेशन ही चुरा लिया हो? जी हां, झारखंड के धनबाद-झरिया-सिंदरी रेलरूट पर आने वाले कई स्टेशनों पर चोरों ने रेल का ट्रैक उखाड़कर बेच दिया तो कई जगहों पर पक्के मकान तक बना लिए। कहीं रेलवे के ऑफिस में ही पोल्ट्री फार्म खोल लिए गए तो कहीं ट्रैक पर ही खेती शुरू कर दी। इतना कम था कि देखते ही देखते उन्होंने पूरा स्टेशन ही गायब कर दिया गया। झरिया स्टेशन पर चोरों ने शेड के पीलर तक काट लिए।
चौंकाने...
more... वाली बात यह है कि धनबाद-झरिया-सिंदरी रेलरूट पर कभी सैकड़ों ट्रेनें चलती थीं, लेकिन दस साल पहले अग्नि प्रभावित क्षेत्र होने का हवाला देकर इन रेलरूटों को बंद कर दिया गया। इसके बाद इस रेल रूट पर आने वाले कई स्टेशनों पर लूट मच गई लेकिन इसकी परवाह न तो रेल अधिकारियों ने की और न ही सुरक्षा के लिए जवाबदेह एजेंसी ने। देखते ही देखते धनसार, झरिया सहित कई रेलवे स्टेशनों का नामो-निशान तक गायब कर दिया गया। धनबाद से धनसार जाने वाले रेल रूट पर खेती की जा रही है और धनसार स्टेशन पर लोगों ने दुकानें खोल दी हैं।यही नहीं, धनसार स्टेशन से होकर गुजरने वाली रेलवे ट्रैक भी चोरी हो गई।
कई स्थानों पर तो ट्रैक के किनारे लगे खंभे, फाटक, सिग्नल लाइट्स समेत कई महंगे उपकरण और कीमती पार्ट्स भी लोगों ने बेच दिया। कह सकते हैं कि करोड़ों रुपये की संपत्ति सुनियोजित तरीके से गायब कर दी गई। झरिया स्टेशन तो बंद होने के साथ ही उजड़ गया था लेकिन स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज, यात्री शेड, रेलवे ट्रैक जैसे कई पुराने अवशेष बचे हुए थे, लेकिन कुछ ही दिनों में लोगों ने स्टेशन परिसर में सुरक्षा की कमी का फायदा उठाते हुए वहां मौजूूद रेलवे का सारा सामान गायब कर दिया। रेलवे के आॅफिस में पाॅल्ट्री फाॅर्म खोल लिए गए। लोदना स्टेशन पर भी ऐसी चोरी जारी है। एक अनुमान के मुताबिक स्टेशन पर लोहे के सामान की अनुमानित कीमत 50 करोड़ से अधिक की थी। आज वह स्टेशन परिसर खंडहर में तब्दील हो चुका है।
Courtesy: UPUKNEWS.COM