आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर ट्रेन का एक विशेष नंबर होता है, जो उसकी पहचान होता है। ये डिजिट 0 से लेकर 9 तक होते हैं।
पहला डिजिट 1 है तो यह दर्शाता है कि ट्रेन लंबी दूरी तक जाती है। साथ ही राजधानी, शताब्दी, जन साधारण, संपर्क क्रांति, गरीब रथ, दूरंतो को भी दर्शाता है।
पहला डिजिट 2...
more... दर्शाता है कि ट्रेन लंबी दूरी की है। 1-2 दोनों ही डिजिट की ट्रेनें एक ही श्रेणी में आती हैं।
पहला डिजिट 3 दर्शाता है कि ट्रेन कोलकाता सब अरबन ट्रेन है।
पहला डिजिट 4 दर्शाता है कि यह नई दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद और अन्य मेट्रो सिटी की सब अरबन ट्रेन है।
पहला डिजिट 5 दर्शाता है कि यह सवारी गाड़ी है।
पहला डिजिट 6 दर्शाता है कि ये मेमू ट्रेन है।
पहला डिजिट 7 दर्शाता है कि यह डेमू ट्रेन है।
पहला डिजिट 8 दर्शाता है कि यह आरक्षित ट्रेन है।
पहला डिजिट 9 दर्शाता है कि यह मुंबई की सब अरबन ट्रेन है।
0 का मतलब है कि ये ट्रेन स्पेशल ट्रेन है। (समर स्पेशल, हॉलीडे स्पेशल या अन्य स्पेशल)
दूसरा और उसके बाद का डिजिट
दूसरा और उसके बाद का डिजिट पहले डिजिट के अनुसार ही होता है।
जब किसी ट्रेन के पहले लेटर 0, 1 और 2 से शुरू होते हैं तो बाकी के चार लेटर रेलवे जोन और डिजिवन को दर्शाते हैं। यह 2011 4-डिजिट स्कीम के अनुसार होता है।
0- कोंकण रेलवे
1- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे
2- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी तो दर्शाता है। इन ट्रेन के अगले डिजिट जोन कोड को दर्शाते हैं।
3- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
4- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
5- नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे
6- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
7- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
8- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे
9- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे
इसके अलावा जिस ट्रेन का पहला डिजिट 5,6,7 में से एक होता है उनका दूसरा डिजिट जोन को दर्शाता है और बाकी डिजिट उनके डिविजन कोड को दर्शाते हैं।