अध्यात्म और विद्या की नगरी वाराणसी को वैश्विक एकता के प्रतीक सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के निकट स्थित केवड़िया से जोड़ने के लिए महामना एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नई दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हरी झंडी दिखाई। पीएम के हरी झंडी दिखाते ही कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से 11:24 बजे हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच ट्रेन चल पड़ी। इसके साथ ही नियमित तौर पर वड़ोदरा के लिए चलने वाली महामना एक्सप्रेस का नए एलएचबी कोच के साथ केवड़िया तक के लिए सफर शुरू हो गया। यह ट्रेन अब 21 जनवरी से नियमित तौर पर केवड़िया के लिए चलने लगेगी।सुबह 11 बजे से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय भाई रूपानी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी जुड़े थे। रेल मंत्री पीयूष...
more... गोयल और गुजरात के मुख्यमंत्री के उद्बोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले केवड़िया टर्मिनस स्टेशन के लिए पूर्ण हो चुकीं परियोजनाओं का रिमोट के जरिये लोकार्पण किया। इसके बाद केवड़िया के लिए देश के विभिन्न शहरों से चलने वाली आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पीएम के हरी झंडी दिखाते ही प्लेटफार्म नंबर एक हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा। यहां जुटे यात्रियों और आम लोगों का कहना था कि पीएम ने काशी को एक और सौगात दी है। लोकार्पण के दौरान डीएम कौशलराज शर्मा, डीआरएम संजय त्रिपाठी, एडीआरएम रविप्रकाश चतुर्वेदी, निदेशक आनंद मोहन व अन्य मौजूद थे।केवड़िया की नई ट्रेन के लिए उत्साहित थे यात्रीवाराणसी। केवड़िया के लिए नई ट्रेन पाकर यात्री उत्साहित थे। लोगों का कहना था कि केवड़िया में सरदार पटेल की प्रतिमा के बारे में अब तक सुना था। समुचित संसाधन न होने के कारण जा नहीं पाते थे। अब मौका मिला है तो जरूर जाएंगे। जौनपुर के अभिनंदन त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक वड़ोदरा के लिए ट्रेन थी, अब इसका विस्तार केवड़िया तक होने से यात्रा सुलभ हो सकेगी। वाराणसी के कपसेठी के रितिकेश कहना था कि केवड़िया और वड़ोदरा के लिए नई एलएचबी युक्त ट्रेन से यात्री सुविधाओं में रेलवे ने विस्तार किया है। प्रथम श्रेणी कोच में यात्रा कर रहे वाराणसी के अमरेंद्र कुमार जायसवाल ने बताया कि ट्रेन तो बहुत अच्छी लगा रही है। सूरत जा रहा हूं। मौका मिला तो केवड़िया जाऊंगा। यात्रियों का कहना था कि विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा को देखने के साथ ही केवड़िया पहुंचकर पटेल के विचारों से भी जुड़ा जा सकेगा।इनकी रही उपस्थितिकाशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, रवींद्र जायसवाल, महापौर मृदुला जायसवाल, विधान परिषद सदस्य अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, सुरेंद्र नारायण सिंह, अवधेश सिंह, नील रतन पटेल 'नीलू, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, शिवशरण पाठक, अशोक चौरसिया, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, संतोष सोलापुरकर, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, अशोक पटेल, आलोक श्रीवास्तव, नरसिंह दास, अरविंद मिश्रा, साधना वेदांती, डॉ. रचना अग्रवाल, नवरतन राठी आदि मौजूद थे।1300 यात्री वाराणसी से गए, 20 केवड़िया केलोकार्पित ट्रेन 09130 में वाराणसी से सवार होने वाले कुल 1300 यात्री थे। इसमें अधिकतर वड़ोदरा और सूरत गए हैं। केवल 20 यात्रियों ने केवड़िया तक के लिए बुकिंग कराई थी। ट्रेन के रनिंग स्टाफ मुख्य लोको निरीक्षक रामजन्म प्रसाद, लोको पायलट एसी मिश्रा, असिस्टेंट लोको पायलट अनित्य प्रकाश, गार्ड एके सिंह रहे। ट्रेन निर्धारित समय 11.12 से 12 मिनट देरी से छूटी।21 जनवरी से नियमितवाराणसी से केवड़िया के बीच यह ट्रेन 21 जनवरी से नियमित तौर पर चलने लगेगी। इसका नंबर पूर्व की महामना एक्सप्रेस 09104 रहेगा। यह गुरुवार सुबह 5.25 बजे छूटेगी, शुक्रवार सुबह 9.15 बजे केवड़िया पहुंचेगी।नियमित महामना का किराया ज्यादालोकार्पित ट्रेन के अपेक्षा नियमित तौर पर केवड़िया के लिए चलने वाली महामना एक्सप्रेस का किराया कुछ अधिक रहेगा। कैंट से केवड़िया के बीच प्रथम श्रेणी का किराया पांच हजार, द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी का किराया 2940 रुपये, तृतीय वातानुकूलित श्रेणी का किराया 2045, शयनयान श्रेणी का किराया 780 और जनरल का किराया 475 रुपये होगा।पीएम ने कैंट स्टेशन की तारीफ कीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैंट रेलवे स्टेशन की तारीफ की। ऊर्जा बचत, सफाई और कचरे के निस्तारण की समुचित व्यवस्था के बाद स्टेशन को ग्रीन सर्टिफिकेट का दर्जा मिला हुआ है। ग्रीन सर्टिफिकेट का जिक्र करते हुए पीएम ने कैंट स्टेशन का नाम लिया और सराहना की।नुक्कड़-नाटक से समझाया सफाई का महत्वट्रेन के लोकार्पण के बाद कैंट रेलवे स्टेशन के यात्री हाल में रविवार को पूर्वोत्तर रेलवे की स्काउट-गाइड के कैडेटों ने नुक्कड़-नाटक के जरिये सफाई का महत्व बताया। डीआरएम संजय त्रिपाठी, आसपास के यात्रियों ने इसे देखा और सराहा।बीते छह साल में काशी को कई ट्रेनों की सौगातसहूलियतनई दिल्ली के लिए वंदेभारत, महामना, वड़ोदरा के लिए दी नई ट्रेनेंमुंबई के लिए एक्सप्रेस सेवा, पटना के लिए जनशताब्दी की शुरुआतकैंट-मैसूर, बलिया-दरभंगा मेमू सेवा, बलिया के लिए मेमू सेवा शुरूवाराणसी। पीएम ने बीते छह साल के कार्यकाल में अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को रेल के जरिये कई सुविधाएं दी है। इन सेवाओं से न केवल काशीवासी, बल्कि पूर्वांचल और बिहार तक के लोगों को सहूलियत हुई है। देश की पहली सेमीहाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस हो या फिर पं. मदनमोहन मालवीय के सम्मान में दिल्ली व वड़ोदरा से चलने वाली महामना एक्सप्रेस, दोनों की शुरुआत पहले वाराणसी से की गई। बीते छह साल में कैंट से नई ट्रेनों में कैंट-मैसूर एक्सप्रेस, नई दिल्ली के लिए वंदेभारत एक्सप्रेस और महामना एक्सप्रेस, वड़ोदरा के लिए महामना एक्सप्रेस (अब केवड़िया तक विस्तार), मंडुवाडीह स्टेशन से पटना के लिए जनशताब्दी की सेवा, सिटी स्टेशन से बलिया-दरभंगा के लिए इंटरसिटी, बलिया के लिए मेमू ट्रेन शुरू की गई हैं। इसके अलावा वाराणसी मंडल में दोहरीकरण, विद्युतीकरण से लेकर अन्य प्रमुख स्टेशनों के सैटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित किया गया है।वंदेभारत एक्सप्रेस की खासियतवंदेभारत एक्सप्रेस देश की पहली सेमीहाईस्पीड ट्रेन है, जो अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक चल सकती है। मौजूदा समय में यह 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ रही है। स्टील बॉडी की यह ट्रेन पूर्णत: बिजली मोटर से चलने वाली है। यह पूर्णत: वातानुकूलित है।महामना के पुराने कोच को बदलकर मॉडर्न बनायामहामना एक्सप्रेस के कोच आत्मनिर्भर भारत की पहचान हैं। पुराने हो चुके कोच का नवीनीकरण कर उसे बेहतर रूप दिया गया। सीट, अग्नि सुरक्षा, शुद्ध पानी से लेकर अन्य सुविधाएं बढ़ाकर महामना एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई।