पाली।रोहट के निकट नया शहर बसाने की योजना अब जल्द धरातल पर आने वाली है। 70 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में बसने वाले औद्योगिक क्षेत्र के लिए ब्यूरो और इंवेस्टमेंट प्रमोशन (बीआईपी) के नेतृत्व में प्रारम्भिक स्वीकृति मिल चुकी है। अब डीएमआईसी के कंसल्टेंट इस प्रोजेक्ट की अंतिम तैयारियों में जुटे हुए हैं।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) देश में रेलवे का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसके तहत मारवाड़ जंक्शन को नोड बनाया गया है। उद्योग विभाग ने इस रेलवे लाइन के आस-पास दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर (डीएमआईसी) बनाने का निर्णय किया है। इसी के तहत रोहट के निकट इस प्रोजेक्ट को इंडस्ट्रीयल सिटी के रूप तैयार करने की योजना है।
इसका...
more... क्षेत्रफल प्रारम्भिक तौर पर 70 स्क्वायर किलोमीटर तय किया गया है। रेलवे स्टेशन के तौर पर रोहट स्टेशन को भी महत्वपूर्ण पॉइंट बताया गया है। कुल चार अर्ली बर्ड प्रोजेक्ट भी इसी योजना के तहत तैयार होने हैं। इनमें से दो जोधपुर जिले में और दो पाली जिले के हिस्से में हैं।
सूखा बंदरगाह बनाने की योजना
मल्टी मोडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच) के तौर पर रोड और रेलवे ट्रांसपोर्ट को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसके तहत रोहट के आस-पास एक सूखा बंदरगाह बनाने की भी योजना है। मारवाड़ जंक्शन से जो माल अनलोड या लोड होगा। उसका संधारण रोहट के इसी हब में करने की योजना है। इस प्रोजेक्ट के तहत पैकिंग-पैकेजिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही रोहट स्टेशन इस हब के लिए महत्वपूर्ण है। जहां पर मारवाड़ जंक्शन से माल लाया एवं ले जाया जाएगा। दूसरे विकल्प के तौर पर केरला स्टेशन को तवज्जो दी गई है।
बाइपास सिस्टम एमआरटीएस
मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत पाली-सोजत बाइपास का निर्माण भी प्रस्तावित किया गया है। यह बाइपास खारड़ा के निकट से होकर गुजरना प्रस्तावित है। सड़क मार्ग से दूरी को कम करने के लिए यह योजना अमल में लाई जाएगी। अभी जमीन चिह्नीकरण जैसी कोई प्रक्रिया नहीं हुई है।
दो हब गए जोधपुर में
नया एयरपोर्ट निर्माण और वाटर ट्रीटमेंट हब को जोधपुर में स्थान मिलेगा। पहले एयरपोर्ट का निर्माण भी रोहट के निकट होना प्रस्तावित था, लेकिन अब इसको जोधपुर में ही स्थापित किया जाएगा।
यहां बदलाव के संकेत नहीं
70 स्क्वायर किलोमीटर के इस क्षेत्र में नए उद्योग लगाने के साथ ही ग्रीन बेल्ट का एरिया भी चिह्नित होगा। साथ ही, राजस्व गांवों को भी
इसमें सम्मिलित करने परविचार चल रहा है।
यह होगी खासियत
70 स्क्वायर किलोमीटर का प्रस्तावित क्षेत्र
करीब 2 से 3 लाख आबादी की सम्भावना
करीब 20 प्रतिशत कोरिया सरकार के लिए रिजर्व रखने की सम्भावना
पैकिंग व पैकेजिंग इण्डस्ट्री को बढ़ावा
नॉन वाटर कंस्यूमिंग इण्डस्ट्री की सम्भावना
यह होगा फायदा
सैकड़ों औद्योगिक इकाइयां लगने की सम्भावना
50 हजार से अधिक लोगों को मिल सकता है रोजगार
पाली में आ सकता है एग्रीकल्चर आधारित उद्योग
जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट उद्योग के विस्तार की भी सम्भावना
रिफाइनरी के पेट्रो केमिकल उत्पाद को भी सहयोग
ग्रेनाइट एक्सपोर्ट को मिल सकता है बल
पाली में तैयार कपड़े को निर्यात करने में मिलेगी सुविधा
मेहंदी उद्योग भी पकड़ेगा गति
जोधपुर का ग्वार-गम उद्योग भी छा सकता है दुनिया भर में
पाली का हित
जोधपुर और पाली के बीच 70 किलोमीटर की दूरी भी इस प्रोजेेक्ट से कम हो सकती है। औद्योगिक विकास आने वाले समय में पाली को जोधपुर की टि्वन सिटी के रूप में विकसित कर देगा। जोधपुर के विकास कार्यो की झलक पाली में भी
देखी जा सकेगी। वर्तमान में सिर्फ टैक्सटाइल उद्योग पर आधारित पाली शहर को यह इण्डस्ट्रीयल सिटी कई विकल्प भी दे सकती है।
70 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र में रोहट में इण्डस्ट्रीयल टाउन की प्रारम्भिक स्वीकृति मिली है। डीएमआईसी के तहत कंसल्टेंट इसकी विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना रहे हैं।
सिद्धार्थ महाजन, कमिश्नर, ब्यूरो ऑफ इंवेस्टमेंट प्रमोशन, राजस्थान।