धनबाद-चंद्रपुरारेल लाइन पर ट्रेनों की छुकछुक भविष्य में सुनाई नहीं पड़ेगी। अग्नि प्रभावित इस रेल लाइन की प्रस्तावित डायवर्ट योजना ने रफ्तार पकड़ ली है। राइट्स ने प्रस्तावित डायवर्ट का सर्वे पूरा कर लिया है। सर्वे की रिपोर्ट रेल मंत्रालय भेजी गई है। इसे लेकर जल्द ही एक कमेटी गठित की जाने वाली है। इस कमेटी में रेलवे, बीसीसीएल, डीजीएमएस और जरेडा के अधिकारी शामिल होंगे। धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन डायवर्ट करने की योजना का खर्च बीसीसीएल वहन करेगी। डायवर्ट योजना साल 2018 तक पूरा होने की संभावना है। सर्वे का काम राइट्स ने सितंबर 2014 में शुरू किया था। सर्वे का काम पूरा करने में राइट्स को करीब 4 माह का समय लगा।
क्यों पड़ी जरूरत : ट्रैक के नीचे तक...
more... पहुंच चुकी है भूमिगत आग
धनबाद-चंद्रपुरारेलखंड को बीसीसीएल अग्नि प्रभावित बताता है। बीसीसीएल का कहना है कि बांसजोड़ा स्टेशन के आसपास ट्रैक के नीचे तक भूमिगत आग चुकी है। इस रेल खंड को इस भूमिगत आग से खतरा है।
क्यापड़ेगा प्रभाव : खत्म होंगे सिजुआ, कुसुंडा जैसे स्टेशन
धनबाद-चंद्रपुरारेल लाइन के डायवर्जन से 11 छोटे स्टेशन हॉल्ट का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। जिन स्टेशनों और हॉल्ट का अस्तित्व समाप्त होगा, उनमें बांसजोड़ा स्टेशन, सिजुआ हॉल्ट, कुसुंडा स्टेशन, बसुरिया हॉल्ट, कतरासगढ़ स्टेशन, सोनारडीह स्टेशन, टुंडु हॉल्ट, बुदरा हॉल्ट, फुलारीटांड स्टेशन, जमुनिया स्टेशन और दुग्दा स्टेशन शामिल हैं।
नयारूट क्या : अब खानूडीह-मतारी होते पहुंचेंगे चंद्रपुरा
डायवर्जनके बाद नए रूट का प्रारूप लगभग तैयार है। डायवर्जन चंद्रपुरा-खानूडीह-मतारी स्टेशन के बीच होने की बात कही जा रही है। इस डायवर्जन के नए रूट में आधा दर्जन नए हॉल्ट बनाए जाएंगे।
किसेमिलेगा लाभ : बीसीसीएल निकाल सकेगी कोयला
धनबाद-चंद्रपुरारेल खंड के नीचे भारी मात्रा में कोयले का भंडार है। भूमिगत आग के कारण कोयला के भंडार को खतरा है। रेल खंड के हट जाने से बीसीसीएल इस भंडार का खनन कर पाएगा। दर्जनभर से अधिक प्रोजेक्ट चालू करने का रास्ता खुलेगा।
^राइट्स ने प्रस्तावित डायवर्ट योजना का सर्वे काम पूरा कर लिया है। सर्वे रिपोर्ट रेल मंत्रालय भेज दिया गया है। इस लेकर एक कमेटी बननी है। इस कमेटी में बीसीसीएल के अलावे रेलवे, डीजीएमएस और जरेडा के अधिकारी शामिल होंगे।''अशोक सरकार,निदेशक तकनीकी (योजना परियोजना), बीसीसीएल