लखनऊ और रायबरेली रूट पर कई रेलवे स्टेशनों पर ट्रैक के दोहरीकरण के काम के चलते बंद की गई ट्रेनों का संचालन बुधवार को शुरू कर दिया गया। दसवें दिन रेलवे ट्रैक पर ब्लाक रूपी कफ्र्यू खत्म होने से ट्रेनें फिर से दौड़ने लगी। जिससे रेल यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। स्टेशन से गायब रौनक फिर से वापस लौट आई है।14 अप्रैल को यात्रियों को बड़ा झटका दिया था। रेलवे ने सात जोड़ ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया। त्रिवेणी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों के बंद होने से मुसाफिरों को मुश्किल में डाल दिया। रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा छा गया। दसवें दिन रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी। बुधवार का सवेरा रेल यात्रियों के लिए खुशी की खबर लेकर आया। ट्रैक के दोहरीकरण का काम कराने को लेकर बंद ट्रेनों का संचालन शुरू होने से मुसाफिरों को बड़ा फायदा हुआ है। दोपहर करीब एक बजकर 10 मिनट पर डाउन...
more... लाइन की त्रिवेणी एक्सप्रेस आई। इस ट्रेन से बड़ी संख्या में यात्री सवार हुए हैं।ट्रेनों का संचालन शुरू, रौनक लौटीसात जोड़ ट्रेनों को बंद होने के बाद पसरा सन्नाटा बुधवार को खत्म हो गया। डाउन लाइन की त्रिवेणी एक्सप्रेस, मुगलसराय एक्सप्रेस, जनता एक्सप्रेस, पंजाब मेल, नौचंदी आदि ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। ट्रेनों के चलने से जनरल टिकट की बिक्री में इजाफा हुआ है।अप लाइन की ट्रेनें घंटों लेटअप लाइन की ट्रेनें बुधवार को काफी देरी से आई। जननायक एक्सप्रेस दो घंटे, हरिद्वार एक्सप्रेस साढ़े छह घंटे, जम्मूतवी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे देरी से आई।राज्यरानी एक्सप्रेस एक मई तक बंदसर्दी की वजह से बंद की गई राज्यरानी एक्सप्रेस का संचालन शुरू नहीं हो सका है। रेलवे एनटीएस के मुताबिक, यह ट्रेरन एक मई तक बंद है। माना जा रहा है कि दो मई को ट्रेन को चला दिया जाएगा।अप-डाउन लाइन पर रहा ब्लाकट्रैक के दोहरीकरण के चलते ट्रेनों के निरस्तीकरण के दौरान अप और डाउन लाइन को मजबूत करने का काम किया गया। लगातार ब्लाक के चलते रेलवे से यात्रियों का भरोसा उठने लगा।तिलहर में सिग्नल फेल, 24 ट्रेनें कॉशन से गुजारीतिलहर रेलवे स्टेशन के पास आईबीएस सिग्नल मंगलवार शाम फेल हो गया। जिसके चलते बरेली दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनें कुछ देर के लिए रोक दी गई। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। स्थिति जल्द काबू में न आने की संभावना को देखते हुए कॉशन से ट्रेनों को गुजारा गया।शाम करीब चार बजे अचानक से सिग्नल फेल होने के बाद हड़कंप मच गया। सिग्नल लाल होने के बाद पॉवर केबिन को सूचना दी गई। जिसके बाद अप लाइन की कई ट्रेनों को रोक दिया। स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार सिंह समेत कई एसएनटी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सिग्नल को सही करने का काम शुरू किया। लेकिन, जल्द ही कामयाबी हासिल नहीं हो सकी। जिसके बाद कॉशन से ट्रेनों को चलाया गया। सवारी और मालगाड़ी को मिलाकर सुबह चार बजे तक करीब 24 ट्रेनों को कॉशन से गुजारा गया।