सोमवार रात 9.55 पर जोधपुर के रेलवे स्टेशन पर नया इतिहास रचा गया। पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेन जोधपुर के स्टेशन तक पहुंची। कोयले से डीजल और अब डीजल से इलेक्ट्रिक युग की शुरुआत जोधपुर में हो चुकी है। ट्रेन की गति बढने से लेकर एक्स्ट्रा लोड और पर्यावरण के अनुकूल होने के चलते इलेक्ट्रिक ट्रेन का फायदा हर क्षेत्र में मिलेगा। उत्तर पश्चिमी रेलवे 104 किलोमीटर का यह रुट इलेक्ट्रिक होने से जोधपुर मारवाड़ जंक्शन होते हुए उसके आगे के सभी रूट से जोधपुर इलेक्ट्रिक माध्यम से जुड़ जाएगा। सोमवार रात मारवाड़ जंक्शन से पहली इलैक्ट्रिक ट्रेन जोधपुर पहुंचने से जोधपुर मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। इससे पहले रेलवे ने रेल इंजन का ट्रायल लिया था।
मारवाड़...
more... जंक्शन से जोधपुर 104 किलोमीटर रूट हुआ इलेक्ट्रिक
संरक्षा आयुक्त ने बारह घंटे से भी अधिक समय तक गहन निरीक्षण के बाद मारवाड़ जंक्शन से जोधपुर के बीच इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन का सफल संचालन किया । अब इस खंड पर रेल प्रशासन जल्द ही रुटीन में इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरु कर देगा। पश्चिम क्षेत्र के संरक्षा आयुक्त आर के शर्मा ने सोमवार को पूरे दिन जोधपुर - मारवाड़ जंक्शन रेल खंड के 104 किलोमीटर रूट पर बारीकी से निरीक्षण कर रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का जायजा लेने के बाद इस खंड पर इलेक्ट्रिक संचालित की ।
स्पीड ट्रायल ट्रेन के संचालन के साथ ही जोधपुर मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। अब वह पल दूर नहीं जब जोधपुर से मारवाड़ जंक्शन तक पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन किया जाएगा ।
मारवाड़ जंक्शन के रास्ते अहमदाबाद मुंबई व आगे के बड़े स्टेशनों से जुड़ाव
मंडल रेल प्रबंधक सुश्री गीतिका पांडेय ने जोधपुर मंडल में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि अब उत्तर - पश्चिम रेलवे का जोधपुर मंडल भी इलेक्ट्रिक ट्रेन के माध्यम से मारवाड़ जंक्शन के रास्ते अहमदाबाद मुंबई व आगे के बड़े स्टेशनों से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक उपलब्धि है। सुश्री पांडेय ने कहा कि इससे न केवल यात्रियों को आवागमन में सुविधा मिलेगी अपितु पर्यावरण की दृष्टि से भी यह कार्य अनुकूल सिद्ध होगा इसके साथ ही व्यापारियों को भी अपना माल गंतव्य स्थल पर भेजना सुविधा हो जाएगी।
कड़ी मेहनत का नतीजा
उन्होंने दोहराया कि मंडल के अधिकारियों व विद्युतीकरण कार्य में लगे कर्मचारियों ने दिन-रात एक कर कड़ी मेहनत से युद्ध स्तर पर काम कर निर्धारित समयावधि में इस कार्य को पूरा किया है जिससे मंडल पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने का सपना साकार हुआ ।
इससे पूर्व संरक्षा आयुक्त शर्मा ने जोधपुर रेलवे स्टेशन पर विद्युतीकरण कार्यों का निरीक्षण किया और बाद में सीआरएस स्पेशल से जोधपुर- मारवाड़ जंक्शन खंड पर विद्युतीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। मारवाड़ जंक्शन पहुंचने के बाद कुछ औपचारिकताएं पूरी कर उन्होंने इलेक्ट्रिक इंजन लगी सीआरएस स्पेशल में मारवाड़ जंक्शन से जोधपुर के बीच 104 किलोमीटर रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन संचालित कर सफलतापूर्वक ट्रायल लिया।
इन स्टेशन के हुआ निरीक्षण
संरक्षा आयुक्त ने जोधपुर के साथ-साथ भगत की कोठी , बासनी- सालावास के मध्य गेट, लूणी यार्ड ,पाली - बोमादड़ा के मध्य ब्रिज ,बोमादड़ा -राजकियावास के मध्य एसएसपी सबस्टेशन व विभिन्न समपार फाटकों ,सुरक्षा मानकों व विद्युतीकरण कार्यों का बारीकी से निरीक्षण किया।