बिहारशरीफ-जहानाबाद रेललाइन पर कहां कहां बनेंगे स्टेशन.. तीन जंक्शन का भी होगा निर्माण
बिहारशरीफ को जहानाबाद से जोड़ने वाली नई रेललाइन पर सर्वे का काम पूरा हो गया है। नई रेललाइन बिहारशरीफ से एकंगरसराय होते हुए जहानाबाद जाएगी। इस रेलखंड में तीन जंक्शन बनाए जाने का प्रस्ताव है। जबकि एक क्रॉसिंग स्टेशन और पांच हॉल्ट बनाए जाएंगे ।
करीब एक हजार करोड़ खर्च होंगे
बिहारशरीफ-जहानाबाद...
more... रेलखंड की कुल लंबाई 66.6 किलोमीटर होगी।ये नई रेललाइन बिहारशरीफ से एकंगरसराय होते हुए जहानाबाद में पटना-गया रेलखंड में मिल जाएगी। इसके निर्माण में करीब एक हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे । बिहारशरीफ और जहानाबाद रेल लाइन से जुट जाने के बाद बराबर की पहाड़ी समेत अन्य पौराणिक स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आ सकेंगे। साथ ही पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी।
कहां कहां बनेंगे स्टेशन
बिहारशरीफ-जहानाबाद रेलखंड पर 13 स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है । जिसमें तीन जंक्शन बनाए जाएंगे। जिसमें एक बिहारशरीफ, दूसरा एकंगरसराय और तीसरा जहानाबाद में जंक्शन का प्रस्ताव है । जहां ये रेललाइन जाकर मिल जाएगी । इसके अलावा जहां जहां स्टेशन या हॉल्ट बनाया जाना है उसमें सोहसराय, देकपुरा, जयप्रकाशपुर, बाराखुर्द, पिलिछ, मदनपुर, एकंगरसराय, तेल्हाड़ा, बंधुगंज, नगवा, और जहानाबाद कोर्ट शामिल है।
कितने पुल और RUB बनेंगे
बताया कि बिहारशरीफ-जहानाबाद रेललाइन पर खास बात ये है कि कोई भी आरओबी (रोड ओवर ब्रिज) बनाने का प्रस्ताव नहीं है । जबकि 13 आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज) बनाने की योजना है। इसके अलावा इस रेललाइन में 21 बड़े पुल भी बनाये जायेंगे। साथ ही, 59 छोटे पुल भी बनेंगे।
आंकड़े की नजर में बिहारशरीफ-जहानाबाद रेलखंड :
लंबाई : 66.6 किलोमीटरबड़े पुलों की संख्या : 21छोटे पुलों की संख्या : 59आरओबी (रोड ओवर ब्रिज) : 0 (शून्य)आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज) : 13प्रस्तावित जंक्शन : तीन (बिहारशरीफ, एकंगरसराय और जहानाबाद)क्रॉसिंग स्टेशन : एक (परवलपुर)हॉल्ट की संख्या : 05 (सोहसराय, देकपुरा, ओप, तेल्हाड़ा और काको)
रेलमार्ग से जुट जाएगा मगध
अभी नालंदा जिला में तीन रेलखंडों पर ट्रेनें चल रही हैं। इनमें बख्तियारपुर-तिलैया, बिहारशरीफ-दनियावां और फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड शामिल हैं। बिहारशरीफ-बरबीघा-शेखपुरा रेलखंड पर निर्माण का काम अंतिम चरण में चल रहा है। अब तीन नई रेलवे लाइन पर सर्वे का काम चल रहा है । ऐसे में नालंदा जिला सात रेललाइनों का जाल बिछ जाएगा और पूरा मगध रेललाइनों से आपस में जुड़ जाएगा। जिससे विकास की गति तेज होगी ।इसके बनने से किसानों से लेकर आम लोगों को काफी सहूलियत होगी।