गोविंदनगर में बुधवार को फिर से बड़ा हादसा होने से टल गया। एक युवक ने सूझबूझ से ट्रेन में सवार यात्रियों की जान बचा ली। गोविंदनगर के नजदीक बुधवार को रेलवे की पटरी चटक गई। इस दौरान आ रही कामाख्या एक्सप्रेस को गोविंदनगर के युवक ने रुकवा दिया। इसके बाद इंजीनियरिंग की टीम ने जाकर पटरी को दुरुस्त किया। पटरी ठीक होने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। जिसके चलते करीब डेढ़ घंटे तक संचालन बाधित रहा। इसी जगह 28 सितंबर को काठगोदाम पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतरी थी।
बुधवार को सुबह गोविंदनगर के नजदीक पटरी टूट गई। सुबह में करीब साढ़े नौ बजे लाइन पार रहे मनोज वर्मा ने टूटी हुई पटरी को देखा। तभी...
more... मनोज ने देखा कि देखा कि उसी लाइन पर ट्रेन भी आ रही थी। मनोज ने ट्रैक पर ट्रेन को आता देखा तो खतर महसूस हुआ। इसके बाद उन्होंने इधर उधर देखा तो वहां लाल कपड़ा पड़ा हुआ दिखाई दिया। वह कपड़ा लेकर ट्रेन की ओर भागा।
मनोज ने बताया कि ट्रेन को रोकने के लिए लाल कपड़ा लेकर भागे थे। गोविंदनगर के नजदीक ट्रेनों को कम रफ्तार से गुजारा जाता है। उन्हें देखकर कामाख्या एक्सप्रेस के ड्राइवर ने ट्रेन रोक ली। जब उन्होंने ड्राइवर को बताया कि आगे पटरी टूटी हुई तो ड्राइवर ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। इसके बाद आननफानन में इंजीनियरिंग की टीम ने जाकर पटरी को दुरुस्त किया। जिसके चलते पटरी को ठीक किया गया। करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेन वहां खड़ी रही। इसी जगह पर 28 अक्तूबर को पटरी में खराबी के कारण काठगोदाम पैसेंजर ट्रेन का कोच पटरी से उतर गया था।