दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर स्थित कई रेलवे स्टेशन सुविधाओं को मोहताज हैं। इनमें से एक हैं फतेहसिंहपुरा। अंग्रेजी हुकूमत से संचालित इस रेलवे स्टेशन से सूरौठ सहित आसपास के करीब 100 से अधिक गांवों के लोग जुडे हुए हैं। जो कि आवश्यकता पड़ने पर ट्रेन से सफर करने के लिए यहां आते हैं। रेल स्टेशन पर दो प्लेटफार्म हैं, लेकिन एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए फुटओवरब्रिज नहीं होने से यात्रियों काे जान जोखिम मेें डालकर अनाधिकृत रुप से पटरी पार करने की मजबूरी बनी हुई हैं। एक ओर अनाधिकृत रुप से पटरी पार करना रेलवे नियमों का उल्लंघन है और ऐसा करने पर रेलवे मजिस्ट्रेट एवं आरपीएफ की आेर से 200 से 500 रुपए जुर्माने का प्रावधान हैं तो दूसरी ओर फतेहसिंहपुरा में फुट ओवरब्रिज बनवाने जाने को लेकर रेलवे प्रशासन गंभीर नहीं हैं।
कई...
more... ट्रेनों का हैं ठहराव
सूरौठ उपतहसील मुख्यालय पर स्थित फतेह सिंह पुरा रेलवे स्टेशन पर देहरादून, जनता एक्सप्रेस ,जयपुर बयाना, कोटा रतलाम सहित कई पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता है। सूरौठ के अलावा भुकरावली, ताहरपुर, धाधरैन, मदनपुर, अडडा, खूंटखेडा, धुरसी, बाईजटट, रीझवास, पाली, चुरारी, सीतापुर, जटवाडा, नांगल, दुर्गसी, धंधावली, सौमला, सौमली, ढिंढोरा, शेरपुर, जटनंगला सहित 100 गांवों के प्रतिदिन हजारों यात्री यहां से रेल यात्रा करते हैं।
महिला यात्री- बुजुर्ग एवं दिव्यांगों को परेशानी अधिक
फतेह सिंह पुरा रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफार्म बने हुए हैं। फुट ओवर ब्रिज नहीं होने के कारण यात्रियों को प्लेटफार्म नंबर 1 से प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंचने के लिए रेल पटरियों पर पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। प्लेटफार्म की ऊंचाई रेल पटरियों से काफी अधिक होने के कारण दिव्यांगों, महिलाओं एवं बुजुर्गों को प्लेटफॉर्म बदलने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है ।