सुहवल। कोविड-19 के दस महीने के बाद दिलदारनगर-ताड़ीघाट सवारी गाड़ी का संचालन सोमवार से इलेक्ट्रिक इंजन के सहारे शुरू हुआ। आठ बोगियों वाली यात्रियों से भरी यह ट्रेन घने कोहरे के चलते निर्धारित समय से करीब दस मिनट विलंब से पहुंची। ताड़ीघाट स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने पर क्षेत्रीय लोगों ने लोको पायलट एवं अन्य रेल कर्मियों का मुंह मीठा कराकर शानदार स्वागत किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से दो इलेक्ट्रिक इंजन युक्त आठ बोगियों वाली सवारी गाड़ी सुबह छह बजकर 15 मिनट पर रवाना हुई। दिलदारनगर, सरहुला, नगसर होते सवारी गाड़ी को लेकर लोको पायलट के शर्मा ताड़ीघाट स्टेशन पर अपने निर्धारित समय नौ बजकर पांच मिनट से दस मिनट विलंब नौ बजकर 15 मिनट पर पहुंचे। यहां पहले से ट्रेन के इंतजार में फूल-माला मिठाई लेकर खड़े मेदिनीपुर के निवर्तमान प्रधान दीपक सिंह ने अपने दर्जनों सहयोगियों के साथ लोको पायलट के शर्मा, गार्ड केडी रंजन, टीआई दिलदारनगर संजय...
more... कुमार, स्टेशन अधीक्षक सुजीत कुमार को माला पहना एवं मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया। दस माह बाद ट्रेन के पहुंचने पर लोगों ने जयघोष भी किया। इसके पूर्व लोगों ने जगह-जगह ट्रेन को रोककर चालक सहित अन्य कर्मियों का स्वागत किया। रेलवे को जन दबाव के कारण सोनवल एवं बेमुआ स्थित हाल्ट पर ट्रेन के ठहराव न होने के निर्णय को रद्द करना पड़ा जिसके कारण यात्रियों ने सुकून महसूस किया। ट्रेन ताड़ीघाट से दिलदारनगर के लिए पुन: नौ बजकर 45 मिनट पर रवाना हुई। स्पेशल पैसेंजर ट्रेन पहले की तरह तीन बार अप-डाउन करेगी। इस मौके पर दीपक सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय लोगों द्वारा दिए गए सहयोग एवं संघर्ष की बदौलत ही यह सफलता मिली है। कोरोना संक्रमण के कारण ट्रेन बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। ट्रेन का संचालन शुरू होने से यात्रियों को सहूलियत तो मिलेगी वहीं रेलवे की आय में भी बढोत्तरी होगी। इस अवसर पर मुन्ना सिंह, बाबूलाल चौधरी, प्रेम यादव, भावेश पांडेय, सतेंद्र सिंह, नीरज सिंह, सुरेश यादव, छठ्ठू गुप्ता, बिंदू राम, गुड्डू सिंह आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।