पडरौना। सीआरएस अरविंद कुमार जैन ने रविवार को कप्तानगंज-थावे रूट पर कठकुइयां रेलवे स्टेशन से इलेक्ट्रिक ट्रेन को रवाना किया। खुद भी इस ट्रेन में बैठकर कप्तानगंज तक गए। उन्होंने कप्तानगंज और पडरौना रेलवे स्टेशन पर विद्युतीकरण सहित अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। सभी स्टेशनों पर सफाई सहित अन्य सुविधाओं के बेहतर इंतजाम किए गए थे।
सीआरएस रविवार को पडरौना रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर विद्युतीकरण एवं प्लेटफार्म पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी लिए। उन्होंने निरीक्षण के दौरान स्टेशन अधीक्षक सहित अन्य मातहतों से उपलब्ध संसाधनों के बारे में वार्ता की।कप्तानगंज प्रतिनिधि के अनुसार रेल संरक्षा आयुक्त मध्य एवं पूर्वोत्तर परिमंडल अरविंद कुमार जैन अपने स्पेशल यान से सुबह नौ बजे इस जंक्शन पर निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने यहां विधिवत पूजा...
more... करने के बाद कप्तानगंज से विद्युतीकरण का निरीक्षण प्रारंभ करते हुए इस रेलखंड के लक्ष्मीगंज, रामकोला, बड़हरागंज, पडरौना एवं कठकुइयां रेलवे स्टेशन तक गए।कठकुइयां से दोपहर 12.50 पर पुन: कप्तानगंज वापस आ गए। उनके साथ मंडल रेल प्रबंधक एसके झा, चीफ ट्रैक इंजीनियर विद्युत कर्षण एसके श्रीवास्तव, मुख्य सिग्नल इंजीनियर एसएन शाह, मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्रीकांत सिंह एवं वाराणसी मंडल के विभिन्न शाखाधिकारी मौजूद थे।कठकुइयां प्रतिनिधि के अनुसार सीआरएस ने फूल मालाओं से सजी ट्रेन में बैठकर इसका संचालन शुरू किया। वह कठकुइयां रेलवे स्टेशन पर दोपहर एक बजे पहुंचे थे। उनके आगमन को देखते हुए कप्तानगंज-थावे रूट पर विशेष तैयारी की गई थी। तय समय में एके जैन ने ट्रेन की बोगी में बैठकर कठकुइयां से कप्तानगंज के लिए प्रस्थान किया। उनके साथ डीआरएम एसके झा, लोको पायलट सतीश कुमार चौरसिया व संजय, सह चालक अमित कुमार भी थे। इस दौरान कठकुइयां के स्टेशन मास्टर रामकुमार व अनिल कुमार, पारसनाथ, गिरीश प्रसाद, विकास कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।सेवरही प्रतिनिधि के अनुसार इस रूट पर सीआरएस के दौरे को देखते हुए तमकुहीरोड स्टेशन परिसर की साफ सफाई एवं पेंटिंग कराई गई थी, लेकिन दौरे से पहले ही सीआरएस और उनकी टीम कठकुइयां से ट्रायल कर वापस चली गई। रेलकर्मी यूनिफार्म पहने सुबह से ही उनके आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन सीआरएस कठकुइयां से ही लौट गए। इसके अलावा व्यापारी नेता अमरनाथ गुप्ता, छोटेलाल वर्मा, रामायण जायसवाल, सुरेश, गौरव राव, रोहित सिंह, अमित सिंह आदि सीआरएस का इंतजार करते रहे। सीआरएस के आगमन की उम्मीद में तमकुहीरोड और तरयासुजान सहित विभिन्न स्टेशनों को सजाया गया था। सभी कर्मचारी सुबह से मुस्तैद थे। सीआरएस के न आने के कारण लोग वापस लौट गए।