उन्नाव। उन्नाव-रायबरेली और उन्नाव-बालामऊ रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन की ट्रेनें जल्द दौड़ेंगी। दोनों रेलमार्गों पर ओवर हेड इलेक्ट्रिक लाइन (ओएचई) का काम पूरा हो गया है। उन्नाव-रायबरेली रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर टेस्टिंग हो चुकी है। जबकि उन्नाव-बालामऊ रूट पर 24 या 25 फरवरी को टेस्टिंग होगी। कोरोना के चलते दस महीने से दोनों ही रेल मार्ग पर ट्रेनों का संचालन बंद है। ट्रेनों का संचालन शुरू होने पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलने से जिले के 5000 यात्रियों को राहत मिलेगी और समय की बचत होगी। लॉकडाउन से पहले तक रायबरेली रूट पर डीजल इंजन की सिर्फ दो पैसेंजर ट्रेनें चल रही थीं। जिसमें प्रतिदिन 3000 यात्री सफर करते थे। डीजल इंजन होेने से ट्रेनों की स्पीड कम थी। इससे नौकरी पेशा लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी। लेकिन ओएचई लाइन होने से जैसे ही ट्रेनों का संचालन शुरू होगा, इलेक्ट्रिक इंजन की ट्रेनें चलेंगी।उन्नाव-बालामऊ रूट पर ओएचई लाइन का काम...
more... पूरा हो गया है। यहां बिजली आपूर्ति के लिए कनेक्शन जोड़ने का काम अंतिम दौर में है। यह काम भी इसी सप्ताह पूरा हो जाएगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक बालामऊ रूट पर 24 या 25 फरवरी को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल प्रस्तावित है। मालूम हो कि लॉकडाउन से पहले तक इस मार्ग पर सिर्फ एक ही पैसेंजर ट्रेन चल रही थी। इस ट्रेन से कानपुर से बालामऊ तक जाने वाले करीब 2000 यात्री रोजाना सफर कर रहे थे।--
अधिकारी बोले
उन्नाव-रायबरेली रेलमार्ग पर विद्युतीकरण काम पूरा हो गया है। यहां इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल भी पूरा हो गया है। उन्नाव-बालामऊ रूट पर ओएचई लाइन बिछाने के बाद अब कनेक्शन दिया जा रहा है। यह काम भी इसी सप्ताह पूरा कर लिया जाएगा। इस मार्ग पर 24 या 25 फरवरी को इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर ट्रायल प्रस्तावित है। इसके बाद जैसे ही ट्रेनों का संचालन शुरू होगा इलेक्ट्रिक इंजन की ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
-एसके सिंह, विद्युत अभियंता, रेलवे विद्युतीकरण खंड द्वितीय