**टिकरिया रेलवे स्टेशन पर बुधवार की दोपहर हथियार बंद तकरीबन एक दजर्न डकैतों ने हमला कर दिया**
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प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लगभग दो बजे के करीब आते ही डकैतों ने टिकरिया स्टेशन की घेराबंदी कर ली और स्टेशन में काम कर रहे कर्मचारियों को तरफ से पीटना शुरु कर दिया। डकैतों ने कर्मचारियों को डंडों और बंदूक की बटों से पीटा। पिटाई में गंभीर रुप से घायल रेलवे के 5 कर्मचारियों को इलाज के लिए स्पेशल ट्रेन से जबलपुर भेजा गया है। घायलों में 2 कर्मचारी आईओडब्ल्यू और 3 कर्मचारी एसएनटी सेक्सन...
more... से संबंधित हैं। इनमें से दो की हालत नाजुक बताई गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ डकैतों ने नकाब पहन रखा था। सभी डकैत पुलिस की वर्दी में थे। दिनदहाड़े यह तांडव तकरीबन एक घंटे तक चला। घटना के समय में स्टेशन में 25 रेल कर्मचारी काम कर रहे थे।
डकैतों के हमले के दौरान ज्यादातर कर्मचारियों ने खेतों में छिप कर जान बचाई।
मुंबई-हावड़ा प्रमुख रेल मार्ग पर सतना- मानिकपुर के बीच स्थित टिकरिया रेलवे स्टेशन पर बुधवार की दोपहर हथियार बंद तकरीबन एक दजर्न डकैतों ने हमला कर दिया। हमले में पांच रेलकर्मी घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
वारदात के समय टिकरिया स्टेशन में मौजूद कृष्णनगर सतना निवासी सूर्य सिंह, शनि सिंह और विनय सिंह ने बताया कि ये तीनों लड़के तीन दिन पहले चित्रकूट गए थे। वहीं से ये लोग अनुसुइया आश्रम होते हुए अमरावती और फिर टिकरिया स्टेशन पहुंचे। तीनों स्टेशन में सतना आने के लिए जनता एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे तभी डकैतों ने स्टेशन में हमला कर दिया। तीनों स्टेशन परिसर में ही दुबक गए। इन लोगों ने बताया कि वारदात के बाद जाते वक्त डकैतों की नजर उन पर पड़ी एक डकैत ने जब उनसे मारपीट करने की कोशिश की तो एक डकैत ने उसे यह कह कर रोक दिया कि जाने दो बच्चे हैं।
बच्चे हैं जाने दो पुलिस की वर्दी में आए थे बदमाश टिकरिया स्टेशन में डकैतों के हमलेऔर रेलकर्मियों के साथ मारपीट की चश्मदीद रेलवे की ही एक हेल्पर बेटी बाई कुशवाहा ने बताया कि कुछ डकैतों ने नकाब पहन रखी थी तो कुछ खुलेआम थे। सभी के बाल बड़े-बड़े थे और सबों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। मारपीट और गालीगलौच के बीच बदमाश बार-बार ठेकेदार के बारे में पूछ रहे थे।
14 फरवरी को आना है जीएम को रेलवे के सूत्रों ने बताया कि जबलपुर रेल जोन के जीएम को 14 फरवरी को इंस्पेक्शन के लिए टिकरिया रेलवे स्टेशन पहुंचना है और जीएम के इसी दौरे के मद्देनजर इन दिनों स्टेशन की रंगाई पुताई का काम चल रहा है।
ठेकेदार के अपहरण की थी योजना प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आते ही डकैतों ने सबसे पहले पूछा कि इस काम का ठेकेदार कौन है। संयोग से उस वक्त पर मौके पर ठेकेदार प्रमोद मिश्रा उर्फ प्रधान मौजूद नहीं था। माना जा रहा है कि डकैत ठेकेदार का अपहरण करने के इरादे से आए थे। माना यह भी जा रहा है कि वारदात के पीछे बलखड़िया गिरोह का हाथ हो सकता है।
किसी का हाथ टूटा तो किसी की फट गई कनपटी: डकैतों की बेदम पिटाई से टिकरिया स्टेशन में काम कर रहे आईओडब्ल्यू सेक्सन के पेंटर शिवकुमार का जहां हाथ टूट गया वहीं एक अन्य केदारनाथ की कनपटी फट गई और कान कट गया। एसएनटी सेक्सन के पेंटर भगवान दास और भोला झ समेत तीन अन्य को भी जानलेवा चोटें लगी हैं। बताया गया है कि वारदात के एक घंटे बाद टिकरिया पहुंची रीवा-नईदिल्ली आनंद विहार एक्सप्रेस से घायलों समेत सभी कर्मचारियों को सतना लाया गया, इसके बाद स्पेशल ट्रेन से घायलों को जबलपुर भेजा गया।