सुल्तानपुर
पुलों पर अब कम नहीं होगी रेल की रफ्तार 0
सुल्तानपुर। रेलपथ पर लोहे, कंक्रीट व लकड़ी के स्लीपरों की अपेक्षा स्टील के स्लीपर अधिक कामयाब व टिकाऊ साबित हो रहे हैं। तकनीकी जांच रिपोर्ट को देखते हुए रेल प्रशासन ने लखनऊ-वाराणसी रेलखंड के दो बड़े पुलों पर भी स्टील स्लीपर बिछाने की योजना बनाई है। स्लीपरों को बिछाने के लिए मंडल मुख्यालय से तीन-तीन घंटे के तीन से चार ब्लॉक दिए जाएंगे। जेसीबी व लाइन सेटिंग मशीनों की मदद से योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। क्षमता बढ़ने से पुलों पर चालकों...
more... को यात्री गाड़ियों की रफ्तार कम नहीं करनी होगी।
रेल प्रशासन ने लखनऊ-वाराणसी वाया सुल्तानपुर रेलखंड के दो बड़े पुलों को स्टील स्लीपरों के लिए चयनित किया है। पहला मुसाफिरखाना स्टेशन के निकट कादूनाला पुल संख्या 380 है, वहीं श्रीकृष्णानगर स्टेशन के पहले का पुल नंबर 168 का दूसरा पुल चुना गया है। स्टील स्लीपरों को बिछाने की जिम्मेदारी इंजीनियरिंग विभाग को दी गई है। महकमे ने मंडल मुख्यालय से जेसीबी व सहायक मशीनों की मांग की है। स्लीपर बदलने के लिए मंडल मुख्यालय से प्रतिदिन तीन-तीन घंटे का ब्लॉक दिया जाएगा। तीन से चार दिन के भीतर इंजीनियरिंग टीम 160 स्लीपरों को बिछाकर रेल संचालन बहाल करेगी।